हिसार : LDC क्लर्क ने जहर खाकर दी जान, डिप्टी डायरेक्टर ने किया था प्रताड़ित
हरियाणा में हिसार के बास बादशाहपुर गांव निवासी एलडीसी क्लर्क सत्यवान (35) ने मंगलवार रात 11 बजे जहर खा लिया। तबीयत बिगड़ने पर उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया, बुधवार को उपचार के दौरान मौत हो गई।
मृतक के परिजनों ने सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय, केंद्रीय सदन चंडीगढ़ की डिप्टी डायरेक्टर पर सत्यवान को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने नागरिक अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया। बास थाना पुलिस ने डिप्टी डायरेक्टर के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का केस दर्ज कर लिया है।
सतीश कुमार ने बताया कि भाई सत्यवान अविवाहित था और वह सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय चंडीगढ़ में एलडीसी क्लर्क के पद पर तैनात था। सत्यवान का कर्मचारी चयन आयोग के तहत चयन हुआ था। 2015 से 2021 तक वह केरल में रहा। 2021 में उसका तबादला चंडीगढ़ हो गया था।
सोमवार सुबह सत्यवान ड्यूटी पर गया था और मंगलवार शाम करीब 6 बजे वापस आ गया। इस दौरान वह मानसिक रूप से परेशान था। जब उससे कारण पूछा तो बताया कि विभाग की डिप्टी डायरेक्टर प्रताड़ित करती है।
रात करीब 11 बजे सत्यवान ने खेत में जाकर सल्फास की गोलियां निगल ली और कॉल कर इस बारे में बताया। जब वह खेत में पहुंचे तो भाई की हालत गंभीर थी। इसके बाद उसे हिसार के निजी अस्पताल ले गए, जहां उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया।
मृतक के परिजनों ने सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय, केंद्रीय सदन चंडीगढ़ की डिप्टी डायरेक्टर पर सत्यवान को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने नागरिक अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया। बास थाना पुलिस ने डिप्टी डायरेक्टर के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का केस दर्ज कर लिया है।
सतीश कुमार ने बताया कि भाई सत्यवान अविवाहित था और वह सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय चंडीगढ़ में एलडीसी क्लर्क के पद पर तैनात था। सत्यवान का कर्मचारी चयन आयोग के तहत चयन हुआ था। 2015 से 2021 तक वह केरल में रहा। 2021 में उसका तबादला चंडीगढ़ हो गया था।
सोमवार सुबह सत्यवान ड्यूटी पर गया था और मंगलवार शाम करीब 6 बजे वापस आ गया। इस दौरान वह मानसिक रूप से परेशान था। जब उससे कारण पूछा तो बताया कि विभाग की डिप्टी डायरेक्टर प्रताड़ित करती है।
रात करीब 11 बजे सत्यवान ने खेत में जाकर सल्फास की गोलियां निगल ली और कॉल कर इस बारे में बताया। जब वह खेत में पहुंचे तो भाई की हालत गंभीर थी। इसके बाद उसे हिसार के निजी अस्पताल ले गए, जहां उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया।