रोहतक : अधिकारियों से नाराज हुए पंचायत मंत्री कृष्णलाल पंवार; बोले- पहली मीटिंग में चेतावनी, दूसरी में सस्पेंड
हरियाणा के रोहतक में खनन एवं पंचायत मंत्री कृष्णलाल पंवार वीरवार को परिवेदना समिति की बैठक लेने पहुंचे। बैठक में दो अधिकारियों के गैर हाजिर होने पर नाराज हो गए और बोले, 40 साल का अनुभव है, हर विभाग को गहराई से जानता हूं। पहली मीटिंग में चेतावनी देता हूं, दूसरी में सस्पेंड कर दूंगा। मुझे विभाग के अध्यक्ष की हाजिरी व जनता की शिकायत का समाधान चाहिए। जब मुख्यमंत्री नायब सैनी रात को 12 बजे तक शिकायत सुन सकते हैं, मैं तो आपसे दिन में आने की कह रहा हूं। पंवार ने डीसी धीरेंद्र खड़गटा को हिदायत दी कि गैर हाजिरी रहने वाले डीएफएससी व डीएफओ को नोटिस दिया जाए।
सुबह करीब 11 बजे खनन एवं पंचायत मंत्री जिला परिवेदना समिति की बैठक में पहुंचे। एजेंडे में शामिल 13 शिकायत सुनी, जिनमें से आठ का निपटारा किया गया। मंत्री ने बैठक के बाद हर विभाग के अधिकारियों से उनका परिचय पूछा। इसके बाद बोले, डीएफएससी व डीएफओ नहीं आए। एक कर्मचारी ने बताया कि एक अधिकारी की कोर्ट में ऑनलाइन सुनवाई है। इसलिए उन्होंने मुझे भेजा है। मंत्री बोले, क्या डीसी से अनुमति ली। इस बार कर्मचारी जवाब नहीं दे सका, बोले ये तो अधिकारी ही बता सकते हैं। मंत्री बोले, नगर निगम के आयुक्त धर्मेंद्र सिंह को गुरुग्राम दूसरी ड्यूटी के सिलसिले में जाना था। वे मुझसे पूछकर गए हैं। आगे से कोई भी आला अधिकारी परिवदना समिति की बैठक में बगैर सूचना के गैर हाजिरी नहीं रहेगा। मुझे सूचना दें या डीसी से अनुमति लेकर जाएं।
बैठक के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए खनन व पंचायत मंत्री ने कहा कि कांग्रेस विधानसभा चुनाव में अपनी हार नहीं बचा पा रही है। कांग्रेस को सपने में भी ईवीएम दिखाई दे रही है। मुख्यमंत्री ने चुनाव परिणाम आने से पहले ही कह दिया था कि हारने पर कांग्रेसी ईवीएम पर हार का ठीकरा फोडेंगे। ऐसा ही हुआ है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा विधानसभा में अपना विपक्ष का नेता तो बना नहीं पाए।
परिवेदना समिति की बैठक में खनन एवं पंचायत मंत्री कृष्णलाल पंवार के साथ भाजपा के राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा, कांग्रेस विधायक भारत भूषण बतरा, शकुंतला खटक व बलराम दांगी भी पहुंचें। इसके अलावा भाजपा के पूर्व मेयर मनमोहन गोयल, महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष प्रतिभा सुमन के अलावा अन्य भाजपाई भी मौजूद रहे।
सुबह करीब 11 बजे खनन एवं पंचायत मंत्री जिला परिवेदना समिति की बैठक में पहुंचे। एजेंडे में शामिल 13 शिकायत सुनी, जिनमें से आठ का निपटारा किया गया। मंत्री ने बैठक के बाद हर विभाग के अधिकारियों से उनका परिचय पूछा। इसके बाद बोले, डीएफएससी व डीएफओ नहीं आए। एक कर्मचारी ने बताया कि एक अधिकारी की कोर्ट में ऑनलाइन सुनवाई है। इसलिए उन्होंने मुझे भेजा है। मंत्री बोले, क्या डीसी से अनुमति ली। इस बार कर्मचारी जवाब नहीं दे सका, बोले ये तो अधिकारी ही बता सकते हैं। मंत्री बोले, नगर निगम के आयुक्त धर्मेंद्र सिंह को गुरुग्राम दूसरी ड्यूटी के सिलसिले में जाना था। वे मुझसे पूछकर गए हैं। आगे से कोई भी आला अधिकारी परिवदना समिति की बैठक में बगैर सूचना के गैर हाजिरी नहीं रहेगा। मुझे सूचना दें या डीसी से अनुमति लेकर जाएं।
बैठक के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए खनन व पंचायत मंत्री ने कहा कि कांग्रेस विधानसभा चुनाव में अपनी हार नहीं बचा पा रही है। कांग्रेस को सपने में भी ईवीएम दिखाई दे रही है। मुख्यमंत्री ने चुनाव परिणाम आने से पहले ही कह दिया था कि हारने पर कांग्रेसी ईवीएम पर हार का ठीकरा फोडेंगे। ऐसा ही हुआ है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा विधानसभा में अपना विपक्ष का नेता तो बना नहीं पाए।
परिवेदना समिति की बैठक में खनन एवं पंचायत मंत्री कृष्णलाल पंवार के साथ भाजपा के राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा, कांग्रेस विधायक भारत भूषण बतरा, शकुंतला खटक व बलराम दांगी भी पहुंचें। इसके अलावा भाजपा के पूर्व मेयर मनमोहन गोयल, महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष प्रतिभा सुमन के अलावा अन्य भाजपाई भी मौजूद रहे।