सोनीपत : कागजों में दिवार बनाकर PWD ने पेश किया 50 लाख रुपये का बिल
हरियाणा के सोनीपत के पीडब्ल्यूडी बी एंड आर विभाग में भ्रष्टाचार की जड़े लगातार मजबूत हो रही हैं. साल 2022 में रिटेनिंग वॉल का कार्य नाबार्ड के अंतर्गत शिव शक्ति कंस्ट्रक्शन कंपनी को 6 महीने की समय अवधि में काम करने का जिम्मा सौंपा गया था. अधिकारियों ने करीबन 40 से 50 लाख रुपए की लागत से बनने वाली रिटेनिंग वॉल को कागजों में तैयार कर दिया और धरातल पर कोई भी दीवार नहीं बनाई. रिटेनिंग वॉल में आने वाले खर्च का लाखों रुपये को कई अधिकारी मिलकर हजम कर गए.
अब साल 2024 में मामले को लेकर नाबार्ड को शिकायत की गई तो खुलासा हुआ है. करीबन ढाई साल बाद पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों ने अपने किए गए भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए दीवार बनाने का काम अब दोबारा 25 अक्टूबर को शुरू किया. हालांकि, अब उसमें भी काफी निम्न और घटिया स्तर का मटेरियल प्रयोग किया गया. उधर, अब मामले को लेकर जांच शुरू हो गई है.दरअसल, डीसी के सेंज्ञान में मामला आते हुए मनोज यादव ने एक जांच कमेटी बना दी है और मामले को लेकर जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी.
सोनीपत के गांव छहतेरा से कव्वाली वाया गढ़ी बाला रोड के साथ रिटेनिंग वॉल और सड़क के रिपेयरिंग का करोड़ों रुपये का काम दिसंबर 2022 में शिव शक्ति कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया. इसमें करीबन 50 लाख रुपये की लागत से सड़क के साथ स्पोर्टिंग के लिए 400 मीटर की रिटेनिंग वॉल बनाई जानी प्रस्तावित थी. 50 लाख रुपये का बजट था.
रिटेनिंग वॉल का कार्य नाबार्ड के अंतर्गत दिसम्बर साल 2022 में शिव शक्ति कंस्ट्रक्शन कंपनी को 6 महीने की समय अवधि में काम करने का जिम्मा सौंपा गया था, लेकिन धरातल पर कभी वॉल बनीं नहीं और कागजों में यह दिखाया गया कि दीवार लगाई गई है. पीडब्ल्यूडी बीएंडआर विभाग के कई अधिकारी और कंपनी ने मिलकर गोलमान किया और 50 लाख रुपये खा गए. पीडब्ल्यूडी विभाग के एसडीओ रविंद्र दत्ता और जेई नवनीत और अन्य कई अधिकारी अब राडार पर हैं. इंक्वारी खुलने के बाद दीवार बनाने का काम शुरू किया गया, जिसमें बेहद घटिया क्वालिटी की ईंट और पत्थरों का इस्तेमाल हो रहा है.
ढ़ाई साल बाद भ्रष्टाचार का यह मामला उजागर हुआ तो अब रिटेनिंग वॉल को बनाया जा रहा है, इस रिटेनिंग वॉल का करीबन 50 लाख रुपया पहले ही रिलीज किया जा चुका है. शिव शक्ति कंस्ट्रक्शन कंपनी को बिना काम के पैसा दिया गया. डीसी डॉ मनोज कुमार ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है.