आधुनिकता के इस युग में गौ माता को न भूलकर उसकी सेवा के लिए मिलकर करें कार्य-विधायक कृष्णा गहलावत
विधायक कृष्णा गहलावत ने गांव जाखौली स्थित श्री जयराम पंचायती गौशाला में आयोजित गौ सेवक सम्मान समारोह में बतौर मुख्यतिथि शिकरत करते हुए गौशाला में बनने वाले शैड के लिए अपने निजी कोटे से 01 लाख देने की घोषणा की। इससे पहले उन्होंने अपने हाथों से गौ माता को चारा व गुड़ खिलाया और गौ माता का आर्शीवाद लिया।
कार्यक्रम में उपस्थित गौ सेवकों को संबंधित करते हुए विधायक कृष्णा गहलावत ने कहा कि गौ माताएं सर्वश्रेष्ठ, पवित्र, पूजनीय और संसार भर में उत्तम हैं। इनके दूध, दही, घी के बिना संसार में यज्ञ सम्पन्न नहीं होते। ‘गौ’ में सदैव लक्ष्मी निवास करती है। उन्होंने कहा कि खेत खलिहान एवं पशुधन की संभाल करके हमने अपनी समृद्धि का ताना-बाना बुना है। गौवंश हमारी अर्थव्यवस्था का आधार रहा है। गौधन कृषि प्रधान ग्राम वासियों भारत माता के गांवों की तो जीवन रेखा है। आज विज्ञान ने भी यह साबित कर दिया है कि जिस बच्चे को मां का दूध प्राप्त न हो उसके पालन-पोषण के लिए गाय का दूध सर्वोत्तम और सर्वश्रेष्ठ होता है।
उन्होंने कहा कि आधुनिकता के इस युग में गौ माता को न भूलकर उसकी सेवा के लिए मिलकर कार्य करने चाहिए क्योंकि गाय हमारी मां है और उसकी सेवा करना हम सबका फर्ज है। उन्होंने कहा कि मैंने बचपन से ही अपने घर में देखा है कि हमारे घर में सबसे पहले गौ माता की रोटी निकलती थी और आज भी मेरे अंदर वहीं संस्कार है जिसके कारण मैं गौ माता की सेवा के लिए हर समय आगे रहती हूं। उन्होंने लोगों को आह्वïान किया कि सरकार के साथ-साथ समाज के लोगों को भी गौ सेवा के लिए आगे आना होगा तभी हमारी गौ माता सडक़ों की बजाय घर और गौशालाओं में निवास करेंगी।
विधायक ने कहा कि उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार भी प्रदेश की गौशालाओं को आत्मनिर्भर एवं स्वावलंबी बनाने के लिए अनेकों योजनाएं लागू की है। उन्होंने कहा कि गौशालाओं को आर्थिक मदद देने के लिए सरकार ने बिजली के बिल को भी 02 रुपए प्रति यूनिट किया है जो कि पहले 08 रुपए प्रति यूनिट था। इसके अलावा गौशालाओं को मिलने वाले बजट को भी बढ़ाकर दस गुणा से ज्यादा किया है जो अब 510 करोड़ कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि गौशालाओं में सौलर प्लांट लगाने पर सरकार द्वारा 90 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि और भी अनेकों योजनाएं है जिनका सीधा लाभ आज गौशालाओं को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि गौमाता मनुष्य व किसान के लिए एक वरदान की तरह है क्योंकि देशी गाय का दूध सबसे ज्यादा लाभकारी होता है वहीं गाय के गोबर व मूत्र का प्रयोग किसान प्राकृतिक खेती में कर सकता है। उन्होंने कहा कि प्रकृतिक खेती गाय के गोबर व मूत्र का घोल बनाकर ही उसमें छिडकाव किया जाता है। उन्होंने किसानों का आह्वïान किया कि अगर हम अपनी आने वाली पीढी को स्वस्थ देखना चाहते हैं तो हमें प्राकृतिक खेती की और कदम बनाने की सख्त जरूरत है क्योंकि वर्तमान समय में हो रही खेती में रासायनिक उर्वरकों का इतना ज्यादा प्रयोग होने लगा है, जिसका सीधा असर हमारे स्वास्थ्य पर पड़ रहा है।
कार्यक्रम में हरियाणा गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष श्रवण कुमार गर्ग गौशाला के संचालकों का आह्वïान किया कि वे गौशालाओं को औद्योगिक इकाईयों के रूप में विकसित करने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि वह अपने यहां दूध, गोमूत्र, गोबर इत्यादि से संबंधित इंडस्ट्री भी लगाने का प्रयास करें। उनसे बने उत्पादों की बिक्री के लिए सरकार भी आपकी साथ देगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सैनी के नेतृत्व में हरियाणा सरकार गौशालाओं के लिए सबसे बड़ा सहारा बनी है। क्योंकि उनके कार्यकाल में गौशालाओं की अनुदान राशि में कई गुणा की बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा गौशालाओं को अनुदान राशि पर सौलर पैनल, बायोगैस प्लांट लगाने, गौशाला में प्रयोग होने वाले यंत्र भी उपलब्ध करवा रही है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा गौशाला में नसल सुधार पर भी विशेष जोर दिया जा रहा है। इसके अलावा गौशालाओं को जमीन खरीदने पर रजिस्ट्री खर्च में भी छूट दी जा रही है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा को बेसहारा गौवंश मुक्त बनाने के लिए सभी गौशालाएं सहयोग करें इसके लिए सरकार भी आपकी मदद करेगी। हरियाणा सरकार द्वारा प्रदेश की गऊशालाओं में गौ-वंशों के संवर्धन व संरक्षण के लिए प्रोत्साहन राशि भिजवाई जा रही है। आपकी गौशाला को सरकार द्वारा पहले भी लगभग 12.50 लाख रूपये की ग्रांट दी गई है और जल्द ही 16.50 लाख रूपये की ग्रांट आपको मिल जाएगी। उन्होंने बताया कि गौ सेवा आयोग द्वारा गौ वंश के कल्याणार्थ निरंतर कार्य किया जा रहा है। सरकार ने गौशालाओं के लिए पोर्टल लॉन्च किया हुआ है। गौशालाओं को दी जाने वाली अनुदान सहायता राशि के साथ-साथ गौशालाओं को स्वावलंबी बनाने की आगामी योजनाओं की सभी जानकारी सरल पोर्टल के माध्यम से एक ही प्लेटफार्म पर उपलब्ध हो रही है। इतना ही नहीं प्रबंधक गौशालाओं के संचालन में उत्पन्न होने वाली परेशानियों की शिकायत भी यहाँ दर्ज करवा सकते हैं और समय-समय पर सरकार द्वारा दी जाने वाली सभी सुविधाएं उपलब्ध होगी।
उन्होंने कहा कि आयोग व हरियाणा सरकार का उद्देश्य बेसहारा गौवंश को सडक़ों से गौशालाओं तक पहुंचना और उन्हें बेहतर सुविधा देना है। इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए सरकार अपने स्तर पर कार्य कर रही है और आप की उसमें अपना सहयोग करें। उन्होंने बताया कि आयोग द्वारा गौशलाओं को 100 बेसहारा गौवंश लेने पर प्रतिदिन 20 रुपए , छोटे गौवंश 30 रूपए, गाय और 40 रुपए प्रति नन्दी के हिसाब से अनुदान मुहैया करवाया जाता है। जिसके लिए पोर्टल पर जाकर प्रतिनिधियों द्वारा आवेदन करना होगा और पोर्टल के माध्यम से पशुपालन विभाग के अधिकारी इसको एक सप्ताह के अन्दर वेरीफाई करेंगे। वेरीफाई के लिए विभाग के अधिकारी गौशालाओं में जाकर बेसहारा गौवंश की टैगिंग का कार्य कर गौ- सेवा आयोग को रिपोर्ट भेजेंगे, उसी उपरान्त गौवंश वित्तीय सहायता गौशालाओं के खातों में डलवा दी जाएगी।
इस मौके पर गौ सेवा आयोग के सदस्य राकेश मलिक, गौशाला के अध्यक्ष कपूर चंद गोयल, उपाध्यक्ष जयराम शर्मा, अनिल जाखौली, सुधीर कुमार, अशोक रोहिला, नंद किशौर चौहान, दिनेश कुमार, विनोद कुमार, संजय बंसल, राजेन्द्र तुषीर, संजय भारद्वाज, पवन गर्ग, कृष्ण कुमार, हरिश मक्कड़, प्रेम सिंह चौहान, प्रवीन, मनोज त्यागी, दर्शन त्यागी, दिनेश चौहान, नरेश खुर्मपुर, विनोद बैरागी, विनोद चौपड़ा, सुशील चौहान सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।