पानीपत में करियाणा दुकानदार से तीन करोड़ की रंगदारी का मामला सामने आने के बाद अन्य व्यापारियों में भी दहशत है। दिनभर यह क्षेत्र में चरचा का विषय बना रहा। धमकी भरे पत्र में लिखा गया है कि अगर पुलिस को शिकायत दी तो तीनों भाइयों की दुकानों पर गोलियां बरसाएंगे और 20 अगस्त तक रुपयों का इंतजाम न हुआ तो डेमो देख लेना। केस दर्ज होने के बाद मामले में परिजनों ने पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगाई। ऐसे में दोपहर बाद एक पुलिसकर्मी को सुरक्षा में तैनात भी कर दिया गया, लेकिन शिकायतकर्ता की ओर से दो अलग-अलग दुकानों में पुलिसकर्मी तैनात करने की मांग की गई है।
पुलिस को दी गई शिकायत पर दुकानदार राजेश ने बताया है कि सेक्टर-11 में वे स्वयं करियाणा की दुकान चलाते हैं, जबकि सनौली रोड पर उनके दो भाइयों मनोज और सुरेंद्र की करियाणा की दुकान है। परिजनों ने आशंका जताई है कि धमकी देने में किसी करीबी का हाथ हो सकता है। कारण कि चिट्ठी की पहली लाइन में ही उनके पिता का नाम कीमती लाल लिखा हुआ है।
इस नाम से उन्हें 40-45 साल पहले बुलाया जाता था, जबकि पिता का असली नाम खरैती लाल है। ऐसे में अंदेशा जताया जा रहा है कि कोई पूर्व परिचित व्यक्ति इसमें शामिल है। वहीं धमकी भरे पत्र से परिवार के साथ ही अन्य व्यापारियों में भी दशहत है। उन्होंने पुलिस से जल्द मामले का खुलासा करने की मांग उठाई है, ताकि किसी तरह की अनहोनी को रोका जा सके।
चिट्ठी पर लिखा नाम, जिला, मोबाइल नंबर और नीचे लगाई मोहर
बदमाश ने चिट्ठी में अपना नाम भीम सिंह लिखा है। साथ में मॉडल टाउन, जिला रोहतक लिखा है। यही नहीं चिट़्ठी में मोबाइल नंबर भी दिया गया है और नीचे मोहर लगी है, जिस पर मॉडल टाउन, रोहतक लिखा हुआ है। परिवार का कहना है कि वह आज तक रोहतक नहीं गए, न ही उनका कोई रिश्तेदार रोहतक में रहता है, चिट्ठी किसने दी कुछ नहीं कह सकते। उनकी न ही किसी से कोई दुश्मनी है। पुलिस नंबर और नाम को लेकर जांच में जुट गई है।
डाकिये की पड़ताल में जुटी पुलिस
पुलिस की एक टीम चिट्ठी देने वाले डाकिये का भी पता करने और तलाश करने में जुटी है, ताकि स्पष्ट हो सके कि डाकिया असली था या फिर कोई अन्य व्यक्ति धमकी भरी चिट्ठी दे गया गया है।
50 साल से शहर में करते हैं कारोबार
परिजनों ने बताया कि 50 साल पहले खरैती लाल की सनौली रोड पंजाब नेशनल बैंक के पास चाय की दुकान थी। फिर उन्होंने सब्जी का काम शुरू किया। उसके बाद खाद-बीज की दुकान की। इसके बाद अब करियाणा स्टोर की दुकान है।
पैसे कहां देना है इसके लिए दूसरे पत्र का इंतजार करना...
धमकी भरी चिट्ठी में लिखा है कि पैसे कब और कहां लेकर आने हैं, इसके लिए दूसरे पत्र का इंतजार करना। अगर पैसे नहीं दिए तो गोली का इंतजार करना। अगर पैसे देने हैं तो दुकान के बाहर हां का पेपर लगाना, नहीं तो नो का। तीन करोड़ याद रहे, वरना एक-एक करके मारे जाओगे।
इसी तरीके से पहले भी मांगी जा चुकी फिरौती
गांव बराना में नौ वर्षीय रोनक का अपहरण कर लिया गया था। बदमाशों ने घर में चिट्ठी फेंककर 15 लाख की फिरौती मांगी थी। चिट्ठी में लिखा था कि रुपये तैयार होने पर घर के बाहर रुपये तैयार है लिखकर क्रॉस निशाना लगा देना। इसके बाद तीसरे दिन रोनक का घर के पास जोहड़ में शव मिला। मामले में पुलिस ने पड़ोस में रहने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था।
मामला दर्ज कर जांच पड़ताल की शुरू- पुलिस
संबंधित मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। परिवार को सुरक्षा मुहैया करवा दी गई है। पुलिस हर पहलू पर जांच पड़ताल कर रही है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
- अतर सिंह, अतिरिक्त प्रभारी, चांदनीबाग थाना।