अफगानिस्तान से भारतीयों को निकालने की मोदी सरकार के पास कोई योजना नहीं : कांग्रेस
कांग्रेस ने अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद उत्पन्न हालात पर चिंता जताई। साथ ही उसने कहा कि मोदी सरकार अपनी घोर निंदा से जागकर संकटग्रस्त देश में फंसे भारतीयों की रक्षा करे।पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेशमंत्री एस जयशंकर को रहस्यमय चुप्पी तोड़कर देश को बताना चाहिए कि वहां से भारतीय राजनयिकों और नागरिकों की सुरक्षित वापसी की उसकी क्या योजना है। पार्टी को मोदी सरकार से परिपक्व कूटनीतिक और रणनीतिक जवाब की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान की स्थिति बहुत ही खतरनाक मोड़ ले चुकी है। भारत के सामरिक हित दांव पर लगे हैं लेकिन सरकार द्वारा राजनयिकों और नागरिकों को वापस लाने के लिए कोई योजना नहीं बनाना उसकी जिम्मेदारी निभाने में कोताही का ज्वलंत उदाहरण है। इस तरह की कोताही को स्वीकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि कांग्रेस देश के हितों की रक्षा करने वाले हर फैसले के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि तालिबान और हक्कानी नेटवर्क के पाकिस्तान की आईएसआई और जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-ताइबा, जमात उद दावा से संबंध हैं और ये आतंकी संगठन पाकिस्तान की मदद से अफगानिस्तान में भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम देते हैं, ऐसे में सरकार की चुप्पी चिंताजनक है।पीएम और विदेशमंत्री को सामने आना चाहिए तथा देश को बताना चाहिए कि हमारे राजनयिकों और नागरिकों को किस प्रकार से सुरक्षित वापस लाया जाएगा और अफगानिस्तान को लेकर हमारी आगे की रणनीति क्या होगी?उन्होंने मीडिया रिपोर्ट के हवाले से विदेशमंत्री के उस बयान की भी निंदा की जिसमें उन्होंने कहा था कि विदेशों से भारतीयों की वापसी की जिम्मेदारी केंद्र सरकार की नहीं है।उन्होंने कहा कि यदि विदेशों से भारतीयों की सुरक्षित वापसी की जिम्मेदारी सरकार की नहीं है तो किसकी है। किसी अन्य देश ने ऐसा नहीं किया। हर देश अपने नागरिकों की रक्षा करती है और उन्हें वापस लाती है। विदेशमंत्री का यह बयान बहुत ही शर्मनाक है।
अफगानिस्तान में फंसे सिखों समेत भारतीयों का वापस लाए केंद्र : अमरिंदर
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने विदेशमंत्री एस जयशंकर से अनुरोध किया कि अफगानिस्तान में फंसे 200 सिखों समेत भारतीयों को तत्काल वहां से निकाला जाए।
उन्होंने ट्वीट किया कि ये सिख एक गुरुद्वारा में फंसे हुए हैं। उन्होंने साथ ही कहा कि उनकी सरकार इन लोगों की सुरक्षित वापसी के लिए केंद्र की हरसंभव मदद की इच्छुक है।