अलवर मंदिर विवाद : कांग्रेस विधायक में जगी राम भक्ति या है कुछ और वजह, एक भव्य मंदिर बनाने का किया ऐलान
राजस्थान | इन दिनों अलवर मंदिर मामला काफी सुर्खियों में है. इस बीच राजस्थान में कांग्रेस के एक विधायक ने अलवर जिले के अपने निर्वाचन क्षेत्र में एक भव्य राम मंदिर बनाने की योजना की घोषणा की है, क्योंकि राज्य सरकार को विपक्ष, संतों और आम लोगों की आलोचना का सामना करना पड़ रहा है.
लिया राम मंदिर बनाने का फैसला
चाकसू के कांग्रेस विधायक वेदप्रकाश सोलंकी ने कहा, 'भगवान राम सर्वव्यापी हैं और पूरे हिंदू समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हैं, इसलिए हमने अपने निर्वाचन क्षेत्र में एक भव्य राम मंदिर बनाने का फैसला किया है.'
1100 लोगों को अयोध्या लेकर जाएंगे विधायक
उन्होंने कहा, 'सचमुच, हमने अपने निर्वाचन क्षेत्र से 1100 लोगों को अयोध्या ले जाने का फैसला किया है, जहां राम जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर बनाया जा रहा है. हम निर्माण की भव्यता देखेंगे और अपने निर्वाचन क्षेत्र में भी एक मंदिर बनाने के लिए इसकी वास्तुकला से प्रेरणा लेंगे.'
तोड़ा था 300 साल पुराना मंदिर
राजस्थान सरकार को अतिक्रमण हटाने के अभियान के नाम पर अलवर जिले में 300 साल पुराने एक मंदिर सहित तीन मंदिरों को गिराने के लिए कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है. स्थानीय अधिकारियों ने पिछले हफ्ते 300 साल पुराने शिव मंदिर को बुलडोजर का इस्तेमाल करके ध्वस्त कर दिया था. उन्होंने दावा किया था कि अलवर जिले के राजगढ़ के सराय मोहल्ला में अतिक्रमण हटाने के लिए अभियान चलाया गया था.
सरकार ने सस्पेंड किए तीन अधिकारी
कथित तौर पर क्षेत्र में एक सड़क से अतिक्रमण हटाने के लिए लगभग 86 दुकानों और घरों को तोड़ा गया था. इसके बाद राज्य सरकार ने एक अनुविभागीय दंडाधिकारी समेत तीन अधिकारियों को सस्पेंड करने का आदेश दिया. सस्पेंड किए गए लोगों में राजगढ़ एसडीएम केशव कुमार मीणा, राजगढ़ नगर पालिका बोर्ड के अध्यक्ष सतीश दुहरिया और नगर पंचायत के कार्यकारी अधिकारी बनवारी लाल मीणा शामिल हैं.