Neeraj Chopra: 17 को पानीपत आ रहे नीरज चोपड़ा, जानिए कैसे लोग उनका स्वागत करेंगे
नीरज चोपड़ा। पूरे परिचय के लिए नाम ही काफी है। ओलिंपिक में देश को स्वर्ण पदक जीताने वाले। मतलौडा के खंडरा गांव में इस समय उत्साह चरम पर है। दरअसल, नीरज चोपड़ा 17 अगस्त को अपने गांव पहुंच रहे हैं। गांव में मिठाइयां बन रही हैं। जोश का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि बीस हजार लोगों के लिए लड्डू बनाए जा रहे हैं।
करीब सौ लोगों की टीम मिठाइयां बनाने लगी है। दो सौ से ज्यादा चीनी के कट्टे रखे हुए हैं। तीस से ज्यादा गैस सिलेंडर मंगा लिए गए हैं। मिठाई बनाते हुए हलवाई भी खुद पर गर्व करते हुए कहते हैं, उनका भी नाम हो गया। क्योंकि जब-जब नीरज का नाम आएगा, तब-तब वे कहेंगे कि नीरज के स्वागत में मिठाई तो हमने ही बनाई थी।
जींद से आए हलवाई
जींद के रूपगढ़ से आए हलवाई ने बताया कि यहां तो अलग-अलग जिलों से हलवाई पहुंचे हैं। चंडीगढ़ और अंबाला से भी आए हुए हैं। हलवाइयों का कहना है कि देश के बेटे के आने की खुशी में मिठाइयां बना रहे हैं। कोई कमी नहीं रहने देंगे। एक लाख लड्डू बनाने का आर्डर दिया गया है। सफीदों से आए हलवाई रोशनलाल ने बताया कि सारा काम छोड़कर अपने बेटे के गांव में आए हैं। कोई कमी नहीं रहने देंगे।
ये सब बना रहे
देसी घी के लड्डू
गुलाब जामुन
देसी घी की जलेबी, जलेबी 17 अगस्त को बनाएंगे
दादा ने बताया, चूरमे का शौकीन है नीरज
दादा धर्म सिंह चोपड़ा ने बताया कि नीरज को मीठा खाने का शौक है। सबसे ज्यादा चूरमा को पसंद करता है। बचपन का किस्सा बताते हुए कहते हैं कि नीरज बहुत नटखट था। पढ़ाई से ज्यादा खेलने में ध्यान देता था। वैसे शांत स्वभाव का ही है। कभी गांव से कोई शिकायत नहीं आई। हां, कई बार मिट्टी से सना हुआ घर लौटता था। उन्हें तो उसे देखकर खुशी होती थी। ऐसा लगता था कि जरूर देश का नाम करेगा। आखिरकार देश को मेडल जीता ही दिया।