अब हरियाणा सरकार शराब के ठेको की ऑनलाइन बेच कर भरना चाहते है अपना खजाना
हरियाणा | हरियाणा सरकार ने शराब ठेकों की बिक्री के जरिए अपना खजाना भरने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. प्रदेश सरकार को इस बार शराब की बिक्री से करीब साढ़े नौ हजार करोड़ रुपए का रिकॉर्ड राजस्व आने की उम्मीद है. आबकारी एवं कराधान विभाग ने वर्ष 2022-23 के लिए शराब नीति घोषित करते हुए ठेकों की आनलाइन बिक्री शुरू कर दी है.
रिजर्व प्राइस से 29% महंगे बिके ठेके
आबकारी एवं कराधान विभाग द्वारा पूरे प्रदेश को तीन जोन में बांटकर शराब ठेकों की बिक्री शुरू की गई है. पहले जोन में नौ जिलें शामिल हैं, जिनके लिए बुधवार को ऑनलाइन शराब ठेकों की बिक्री हुई. बता दें कि शराब बिक्री के रिजर्व प्राइस से करीब 29% बढ़ोतरी के साथ 91 फीसदी ठेकों की बिक्री हुई है जबकि चार जिलों नूंह, नारनौल, पानीपत और कुरुक्षेत्र में सभी ठेकों की बिक्री हो गई है.
अवैध तस्करी पर रोक
इस बार प्रदेश की नई आबकारी नीति में शराब की अवैध तस्करी को रोकने के लिए लीकेज प्रुफ पॉलिसी तैयार की गई है. शराब से वैट व आबकारी शुल्क कम करके न केवल रेट कम किए गए हैं, बल्कि शराब की अवैध बिक्री पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है. शराब पर आयात शुल्क सात रुपये से घटाकर दो रुपये प्रति बीएल किया गया है. शराब कारखाना स्थापित करने के लिए आशय पत्र का शुल्क 15 लाख रुपये से घटाकर एक लाख रुपये किया गया है.