हरियाणा : राज्यसभा सीट पर 20 को होंगे उपचुनाव; कृष्ण लाल पंवार के विधायक बनने के बाद सीट खाली
हरियाणा में राज्यसभा की खाली सीट पर 20 दिसंबर को उपचुनाव होगा। चुनाव आयोग ने मंगलवार को इसकी अधिसूचना जारी कर दी है। अक्तूबर में भाजपा नेता कृष्णलाल पंवार के पानीपत के इसराना से विधायक चुने जाने के बाद यह सीट खाली हुई थी। उनका कार्यकाल एक अगस्त 2028 तक था।
इस सीट पर भाजपा की जीत तय है क्योंकि विधानसभा में भाजपा के पास पूर्ण बहुमत है। राज्यसभा सांसद के लिए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली, भाजपा के पूर्व सांसद संजय भाटिया और पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल का नाम चर्चा में है। इनमें बड़ौली सबसे प्रबल दावेदार हैं। उनके प्रदेशाध्यक्ष रहते हुए भाजपा ने विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत हासिल की थी।
वे केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल के भी बेहद करीबी हैं और पार्टी का ब्राह्मण चेहरा हैं। वहीं, दूसरे दावेदार पूर्व सांसद संजय भाटिया हैं। वह विधानसभा चुनाव लड़ना चाहते थे, मगर पार्टी ने उन्हें रैलियों के आयोजन की जिम्मेदारी दी। सफल रैलियों का आयोजन कर उन्होंने अपना कद बढ़ाया है।
पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल का पलड़ा भी भारी है, क्योंकि वह दलित समुदाय से आती हैं। कृष्ण लाल पंवार भी दलित हैंए ऐसे में भाजपा दलित सीट को दलित से भरना चाहेगी। वहीं, यह भी चर्चा है कि बड़ौली को राज्यसभा भेजने के बाद भाजपा संजय भाटिया को प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त कर सकती है।
राज्यसभा सदस्य के उपचुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया तीन दिसंबर से शुरू होगी। 10 दिसंबर तक नामांकन किया जा सकता है। 11 को नामांकन पत्रों की जांच होगी। 13 तक नामांकन वापस लिए जा सकते हैं। चुनाव होने की स्थिति में 20 को चुनाव होगा। हालांकि हरियाणा में चुनाव की कोई स्थिति नहीं बन रही है, इसलिए चुनाव नहीं होंगे और 20 को ही राज्यसभा के सांसद के नाम की घोषणा कर दी जाएगी। हरियाणा में राज्यसभा की पांच सीट है। पांचों पर भाजपा का ही कब्जा था।
इस सीट पर भाजपा की जीत तय है क्योंकि विधानसभा में भाजपा के पास पूर्ण बहुमत है। राज्यसभा सांसद के लिए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली, भाजपा के पूर्व सांसद संजय भाटिया और पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल का नाम चर्चा में है। इनमें बड़ौली सबसे प्रबल दावेदार हैं। उनके प्रदेशाध्यक्ष रहते हुए भाजपा ने विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत हासिल की थी।
वे केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल के भी बेहद करीबी हैं और पार्टी का ब्राह्मण चेहरा हैं। वहीं, दूसरे दावेदार पूर्व सांसद संजय भाटिया हैं। वह विधानसभा चुनाव लड़ना चाहते थे, मगर पार्टी ने उन्हें रैलियों के आयोजन की जिम्मेदारी दी। सफल रैलियों का आयोजन कर उन्होंने अपना कद बढ़ाया है।
पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल का पलड़ा भी भारी है, क्योंकि वह दलित समुदाय से आती हैं। कृष्ण लाल पंवार भी दलित हैंए ऐसे में भाजपा दलित सीट को दलित से भरना चाहेगी। वहीं, यह भी चर्चा है कि बड़ौली को राज्यसभा भेजने के बाद भाजपा संजय भाटिया को प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त कर सकती है।
राज्यसभा सदस्य के उपचुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया तीन दिसंबर से शुरू होगी। 10 दिसंबर तक नामांकन किया जा सकता है। 11 को नामांकन पत्रों की जांच होगी। 13 तक नामांकन वापस लिए जा सकते हैं। चुनाव होने की स्थिति में 20 को चुनाव होगा। हालांकि हरियाणा में चुनाव की कोई स्थिति नहीं बन रही है, इसलिए चुनाव नहीं होंगे और 20 को ही राज्यसभा के सांसद के नाम की घोषणा कर दी जाएगी। हरियाणा में राज्यसभा की पांच सीट है। पांचों पर भाजपा का ही कब्जा था।