गुरुग्राम: टिकट विवाद से कांग्रेस हुई परेशान, दो मुख्य चेहरों को लेकर कश्मकश
K9 Media
हरियाणा में विधानसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है| विधानसभा चुनाव के लिए सभी उम्मीदवार तैयारी कर रहे हैं, लेकिन घोषणा के बाद सभी उम्मीदवारों के लिए टिकट सबसे बड़ी चुनौती बन गई| कुछ ऐसा ही हाल गुरुग्राम विधानसभा टिकट पाने वाले स्नातकों का भी है, इस टिकट के लिए कई दावेदार हैं| अब ऐसे में पार्टियों ने साफ कर दिया है कि टिकटों का आवंटन मतदान के आधार पर किया जाएगा, लेकिन कांग्रेस गुरुग्राम विधानसभा सीट पर फंस गई है| गुरुग्राम विधानसभा सीट पर कांग्रेस की ओर से जहां 32 नेताओं ने चुनाव के लिए आवेदन दिया है, परन्तु कांग्रेस की लिस्ट में दो नाम सबसे ऊपर हैं| पिछले एक दशक से इस सीट पर काबिज कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं इसके नेता पंकज डावर तो वहीं दूसरा नाम मोहित मदन लाल ग्रोवर है जो हाल ही में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए हैं।
पंकज डावर बनाम मोहित मदन लाल
हम आपको बता दें कि गुरूग्राम की जगह को पंजाबी बाहुल्य जगह माना जाता है। दिग्गज कांग्रेसी धर्मबीर गाबा के बाद अगर किसी पंजाबी नेता ने इस सीट पर कब्जा किया है तो वो हैं पंकज डावर| पंकज डावर ने अपने शासन के इन दस वर्षों के दौरान सभी रैलियों और कार्यक्रमों में भाग लेकर पार्टी को जीवित रखा। मोहित मदन लाल ग्रोवर भी पंजाबी समुदाय का मशहूर चेहरा है। उन्होंने 2019 में गुरुग्राम विधानसभा चुनाव लड़ा और दूसरे स्थान पर रहे। तब बीजेपी के सुधीर सिंगला ने उन्हें 33,315 वोटों के अंतर से हराया था, पहले चुनाव में उन्हें 48,638 वोट मिले थे| 2019 का चुनाव निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में लड़ने के बाद, मोहित अब 2024 के आम चुनाव में कांग्रेस की सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।
लोकसभा चुनाव
अगर लोकसभा चुनाव की बात करें तो गुड़गांव लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने वाले राज बब्बर को गुड़गांव विधानसभा सीट से हार मिली थी, लेकिन पंकज डावर ने लगातार लोकसभा चुनाव में सक्रिय भूमिका निभाई है, वहीं मोहित मदन लाल ग्रोवर ने इन चुनावों से दूरी बनाए रखी|