Haryana Congress: हरियाणा कांग्रेस में फिर लटका संगठन !, अब CWC मीटिंग के बाद होगा ऐलान
Haryana Congress: हरियाणा कांग्रेस संगठन में फिर देरी के आसार बन गए हैं। हालांकि पार्टी प्रभारी ने दावा किया था कि 11-12 सितंबर को जिलाध्यक्षों की घोषणा कर दी जाएगी, लेकिन वह ऐसा करने में सफल नहीं हो पाए।
अब संभावना यह जताई जा रही है कि 16 से 18 सितंबर को हैदराबाद में होने वाली कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की मीटिंग के बाद ही हरियाणा कांग्रेस संगठन की लिस्ट की मंजूरी देंगे।
हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी दीपक बाबरिया संगठन की कवायद में लगे हुए हैं। इसी के तहत वह दिल्ली में सेंट्रल कोआर्डिनेटरों से रिपोर्ट ले रहे हैं।
इससे पहले हरियाणा कांग्रेस संगठन को लेकर पार्टी प्रभारी दीपक बाबरिया को चंडीगढ़ आना था,
लेकिन बाबरिया के साथ ही केंद्रीय नेतृत्व को यह डर बना हुआ है कि जिला के प्रभारियों की रिपोर्ट पर मंथन के दौरान रणदीप सुरजेवाला, कुमारी सैलजा, किरण चौधरी (SRK) ग्रुप और पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समर्थकों के बीच लड़ाई तय है, इससे पार्टी की किरकिरी हो सकती है।
इधर हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने दावा किया है कि सेंट्रल कोआर्डिनेटर तय समय यानी 10 सितंबर को ही अपनी रिपोर्ट पार्टी प्रभारी को देंगे।
इनकी रिपोर्ट में जिलाध्यक्ष के लिए 3 संभावित नाम दिए जाएंगे। इसके साथ ही रिपोर्ट में जिलों में हंगामा करने वाले नेताओं की भी जानकारी दी जाएगी।
रिपोर्ट सौंपने के बाद ही उस पर चर्चा होगी। इसके बाद जिला अध्यक्षों की घोषणा से पहले हरियाणा के सभी नेताओं से बात की जाएगी।
हरियाणा कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया ने जिला अध्यक्षों के नाम की घोषणा के लिए सेंट्रल कोआर्डिनेटर को अलग-अलग जिलों में भेजा था।
प्रत्येक टीम के साथ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के 2 मेंबरों को भी रखा गया, लेकिन हर जिले में इन टीमों का विरोध हो रहा है।
कांग्रेस का SRK ग्रुप लगातार इन टीमों का विरोध कर रहा है। ग्रुप के नेता सवाल उठा चुके हैं कि तय लोगों से ही कोआर्डिनेटर की मुलाकात क्यों करवाई जा रही है।
इस संबंध में रणदीप सुरजेवाला, कुमारी सैलजा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात कर चुके हैं।
कुमारी सैलजा और किरण चौधरी ने राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल से मुलाकात कर चुकी हैं।
पार्टी के कुछ नेताओं ने दावा किया है कि सैलजा ने केंद्रीय नेतृत्व के सामने हरियाणा प्रभारी दीपक बाबरिया की कार्यशैली पर भी सवाल उठाया है।
साथ ही उन पर पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा ग्रुप के नेताओं और समर्थकों को तवज्जो देने के आरोप तक लगाए हैं।