Yamuna को लेकर RED ALERT , 72 घंटे में डूबने वाले है ये गांव
हथिनी कुंड बैराज से यमुना नदी में छोड़ा गया 1 लाख 56 हजार क्यूसेक पानी शनिवार रात तक फरीदाबाद सीमा में पहुंच सकता है। इससे फरीदाबाद और पलवल के निचले इलाकों में पानी भरने की आशंका है। ऐसे में जिला प्रशासन अलर्ट हो गया है। यमुना किनारे बसे गांवों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा गया है।
लोगों को स्कूलों में ठहराने की व्यवस्था
जिन गांवों की आबादी में पानी घुसने की आशंका है, उन ग्रामीणों को अरुआ, नंगला, मोठूका और छांयसा के सरकारी स्कूल में ठहरा दिया जाएगा। सामान्य स्थिति होने तक उन्हें यहीं पर रखा जाएगा। यहीं उनके सोने-खाने की व्यवस्था की जाएगी। सभी गांवों में सरकारी कर्मचारी तैनात हैं। अधिकारी भी हर घंटे की रिपोर्ट ले रहे हैं और उपायुक्त के माध्यम से ये रिपोर्ट सरकार के पास भेजी जा रही है। नहरों का पानी बंद किया गया है।
पानी का दिल्ली-फरीदाबाद पर कोई असर नहीं
सिंचाई विभाग के एससी बीएस रावत का कहना है कि अब तक यमुना का ताजे वाला बांध खाली था, लेकिन अब वहां पर जलस्तर बढ़ गया है। 1 लाख 56 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया। ये पानी 72 घंटे बाद फरीदाबाद की सीमा में पहुंचेगा। पानी का दिल्ली-फरीदाबाद पर कोई असर नहीं पड़ेगा। क्योंकि अभी तक यमुना का घेरा पूरी तरह से खाली है। प्रशासन के अधिकारी निरंतर निगाह बनाए हुए हैं।