क्षेत्र में झमाझम हुई बारिश, खिल गए किसानों के चेहरे 

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क्षेत्र में झमाझम हुई बारिश, खिल गए किसानों के चेहरे 

क्षेत्र में झमाझम हुई बारिश, खिल गए किसानों के चेहरे 


क्षेत्र में झमाझम हुई बारिश, खिल गए किसानों के चेहरे 
गर्मी से मिली राहत, किसान जमीन की कर सकेंगे गुड़ाई, ईंख व ज्वार की फसलों को होगा फायदा 
अरुण कुमार :  गोहाना
बृहस्पतिवार की शाम को तेज आंधी चलने के बाद आसमान से बदरा झमाझम बरसे। बारिश से लोगों को गर्मी से राहत मिली और किसानों के चेहरों पर भी मुस्कराहट दौड़ गई। बारिश के बाद किसान अब आगामी फसल की तैयारी के लिए जमीन की गुड़ाई कर सकेंगे। बारिश से गन्ने और ज्वार की फसलों में पानी की पूर्ति पूरी होने से अच्छा विकास हो सकेगा।
क्षेत्र में बृहस्पतिवार की सायं को करीब 4 बजे खूब तेज आंधी चली। आंधी से आसमान में धूल का गुब्बार छाने से दिन में ही अंधेरा छा गया। इसके बाद इंद्रदेव मेहरबान हुए और आसमान से झमाझम बारिश शुरू हो गई। बारिश से लोगों को गर्मी से खूब राहत मिली। बारिश से किसानों के चेहरे भी खिल गए। गांव धनाना निवासी किसान समुंद्र सिंह, ओम, दिलबाग सिंह, गांव बनवासा निवासी किसान रविंद्र सिंह, अमित, अजमेर और गांव छपरा निवासी किसान दलबीर सिंह, अनूप और राज सिंह ने बताया कि अप्रैल और मई के महीने में तेज धूप से जमीन सूख जाती है और उसकी अच्छे से गुड़ाई नहीं हो पाती है। बारिश के बाद नमी के चलते जमीन की आसानी से गुड़ाई हो सकेगी और किसान आगामी फसल की तैयारी कर सकेंगे। बारिश से गन्ना, ज्वार, भिंडी और बैंगन सहित सब्जियों की अन्य फसलों में भी फायदा होगा। किसानों ने बताया कि गेहूं की कटाई के चलते वातावरण में हवा में धूल घुली हुई थी। इससे लोग परेशान थे। खासतौर पर अस्थमा के  रोगियों को परेशानी हो रही थी। बारिश के बाद पर्यावरण साफ हो जाएगा।
अनाज मंडियों में भीग गया गेहूं 
बारिश से अनाजमंडियों में आढ़तियों और किसानों का गेहूं भीग गया। गेहूं को बारिश में भीगने से बचाने के लिए आढ़तियों और किसानों को परेशानी  का सामना करना पड़ा। शहर में जींद मार्ग स्थित नई अनाजमंडी और इसके अंतर्गत खरीद केंद्रों पर गेहूं भीगने से किसानों को परेशानी हुई।
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बारिश से पर्यावरण साफ हो जाएगा और ईंख व ज्वार की फसलों में फायदा होगा। किसान आगामी फसलों की तैयारी के लिए जमीन की गुड़ाई आसानी से कर सकेंगे। मिट्टी में नमी बनने से खेत में खड़े गेहूं के फांसों के बावजूद भी जमीन की आसानी से गुड़ाई की सकेगी। किसान फांसों को जलाएं नहीं। वर्तमान में कपास की बिजाई चल रही है। कपास की बिजाई करने के बाद खेत में मिट्टी की परत बनने से फसल के उगने में परेशानी हो सकती है। 
-डा. राजेंद्र प्रसाद मेहरा, एएसडीओ गोहाना 

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