रोहतक: नए साल से ऑड-ईवन फार्मूले से चलेंगे ऑटो, जाने क्या है कारण

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रोहतक: नए साल से ऑड-ईवन फार्मूले से चलेंगे ऑटो, जाने क्या है कारण

रोहतक: नए साल से ऑड-ईवन फार्मूले से चलेंगे ऑटो, जाने क्या है कारण


रोहतक | हरियाणा के रोहतक शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या बढ़ गई है. जिसके कारण शहर के एसपी के निर्देश पर डीएसपी डॉ रविंद्र कुमार ने ट्रैफिक पुलिस कर्मियों का ऑटो यूनियन के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर यह निर्णय लिया है कि रोहतक में दौड़ रहे साढ़े 10 हजार ऑटो नए साल से सम विषम फार्मूले के तहत चलेंगे. नीचे पूरी खबर पढ़कर जानिए किन विशेष ऑटो चालकों को ओड-इवन के फार्मूले से छूट मिलेगी.

जानिए 

हरियाणा के रोहतक शहर में ट्राफिक जाम की समस्या को देखते हुए शहर के एसपी के आदेश पर डीएसपी डॉ रविंद्र कुमार ने अपने कार्यालय में ट्रैफिक पुलिसकर्मियों व ऑटो यूनियन के पदाधिकारियों के साथ बैठक की. इस बैठक में यह निर्णय लिया गया कि नए साल से रोहतक की सड़कों पर तकरीबन दौड़ रहे साढ़े 10 हजार ऑटो सम-विषम फार्मूले के तहत चलेंगे. बता दें कि यह फैसला ट्रैफिक जाम की समस्या को देखते हुए लिया गया है.
जिसके तहत 3 जनवरी से पहले दिन विषम यानी ओड संख्या के ऑटो चलेंगे वहीं 4 जनवरी को सम संख्या के ऑटो चलेंगे. इसमें ऑटो रजिस्ट्रेशन का आखिरी अंक देखा जाएगा. जिसके माध्यम से इस फार्मूले के हिसाब से नए साल से ऑटो का परिचालन होगा. इस फार्मूले के लागू होने का समय सुबह 9:00 से शाम 5:00 बजे तक का है.

यह रहेगा ऑटो चलने का पूरा प्रारूप

• समय सुबह 9:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक यह फार्मूला लागू रहेगा
• विषम संख्या के अनुसार 1,3,5,7,9 की अंतिम संख्या वाले
ऑटो विषम संख्या वाले दिन चलेंगे.
• सम संख्या वाले ऑटो यानी 24680 की अंतिम संख्या वाले यह सभी ऑटो सम संख्या वाले दिन चलेंगे
• इस फार्मूले से छूट विद्यार्थियों को स्कूल ले जाने वाले व लाने वाले सभी ऑटो को रहेगी. यह सभी ऑटो इस फार्मूले के दायरे से बाहर रहेंगे.
• इस फार्मूले के दायरे में ई-रिक्शा भी शामिल है. यानी ई रिक्शा पर भी ये फार्मूला लागू होगा.
• संख्या के अनुसार तकरीबन साढ़े 10 हजार ओटो शहर में मौजूद है.
• कोरोना के संक्रमण को देखते हुए ऑटो चालकों को यह हिदायत दी जाती है कि ऑटो चलाते समय मास्क लगाना अनिवार्य होगा.

बढ़ती जनसंख्या, संसाधन उतने ही

आपको बता दें कि शहर की इस साल 2011 में जनसंख्या पौने चार लाख थी. जो 2017 में बढ़कर 5 लाख 12 हजार हो गई है. एक अनुमान के अनुसार अब नगर निगम एरिया में जनसंख्या का आंकड़ा 6 लाख के पार पहुंच गया है. जनसंख्या बढ़ने के साथ शहर में ट्रैफिक की समस्या भी बढ़ती जा रही है. इस समस्या को देखते हुए ना तो जरूरत के अनुसार पार्किंग स्थलों को बढ़ाया गया है. साथ ही एलिवेटेड रोड को छोड़कर अन्य सड़क मार्ग भी नहीं बने हैं ऊपर से अतिक्रमण की समस्या भी बढ़ती राजा रही है जिसके कारण लगातार शहर में ट्रैफिक जाम की स्थिति बन रही है. खासकर सोमवार व शुक्रवार को दिल्ली रोड पर जगह-जगह पर वाहन फंस जाते हैं.

अतिक्रमण भी हटाए प्रशासन, इसके कारण भी लगता है जाम

शहर में कुछ दुकानदारों ने बाजारों के अंदर अतिक्रमण भी कर रखा है जिसके कारण भी ट्रैफिक जाम की स्थिति उत्पन्न होती है अगर प्रशासन ऑटो को सम विषम फार्मूले के साथ सख्ती से अतिक्रमण हटाता है तो जाम की समस्या का लंबे समय तक समाधान हो सकता है.

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