ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन का बयान - केंद्र सरकार द्वारा फौज की भर्ती के लिए लाई गई अग्निपथ योजना की कड़ी आलोचना की
प्रेस के नाम जारी एक बयान में ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन के प्रदेश अध्यक्ष अनूप सिंह मातनहेल ने कहा कि हमारा संगठन केंद्र सरकार द्वारा फौज की भर्ती के लिए लाई गई अग्निपथ योजना की कड़ी आलोचना करता है तथा इसे वापस लेने की मांग करता है।
स्वाभाविक प्रश्न है कि चार साल नौकरी के बाद जो 22-23 वर्ष के युवा सेना से हटाए जाएंगे उनका भविष्य क्या होगा, वे कहां जाएंगे? एक तरफ केंद्र एवं राज्य सरकारों के लाखों-लाख पद खाली पड़े हैं, दूसरी ओर भर्तियां बंद हैं। करोंड़ों युवा बेरोजगार हैं। युवाओं का स्वतःस्फुर्त आक्रोश स्थाई नौकरी देने की बजाय केवल चार साल की नौकरी देने की नई नीति का परिणाम है। हम केंद्र और राज्य सरकार से मांग करते हैं कि स्थाई प्रकृति के सभी पदों पर स्थाई भर्तियां की जाएं। सरकार जिन्हे रोजगार मुहैया नहीं करा पाती है, उन्हे जीने लायक बेरोजगारी भत्ता दिया जाए।
उन्होंने युवाओं से अपील करते हुए कहा कि आगजनी और तोड़फोड़ के रास्ते से आंदोलन कमजोर होगा। इसलिए उन्नत रुचि संस्कृति के आधार पर किसान आंदोलन की तरह सतत व अनुशासित दीर्घ स्थायी आंदोलन की ओर बढ़ें।
संगठन का मानना है कि प्रदेश में 80% सीमांत किसान हैं, जिनके पास साल में तीन-चार महीने के इलावा कोई काम नहीं है। ग्रामीण भूमिहीन गरीबों में तो उनसे भी ज्यादा बेरोजगारी है। इन्हीं किसान- खेत मजदूरों के बेटा- बेटियां रोजगार के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं।
संगठन साल भर रोजगार की मांग को लेकर प्रदेश के किसान, खेत मजदूरों से उठ खड़ा होने की अपील करता है।