My Story: मैंने अपने पति को तीन बार धोखा देते हुए पकड़ा है, मेरा उसके साथ रहने का मन नहीं करता
- मुझे समझ नहीं आ रहा कि मैं क्या करूं?
My Story: मैं एक शादीशुदा महिला हूं। मैंने अपने पति को तीन बार धोखा देते हुए पकड़ा है, मेरा उनके साथ रहने का मन नहीं करता। मुझे समझ नहीं आ रहा कि मैं क्या करूं?
अभी मेरी शादी को ज्यादा वक़्त नहीं हुआ है। मैं अपने रिश्ते से बिल्कुल भी खुश नहीं हूं क्योंकि मैंने अपने पति को एक बार नहीं तीन बार धोखा देते हुए पकड़ा है। हमारी शादी होने के बाद ही मुझे उनके अफेयर के बारे में पता चल गया। मैं उसके साथ शादी नहीं तोड़ना चाहती थी इसलिए मैं हर बार उसे माफ कर देती हूं। क्योंकि हमारे बच्चे भी हैं। लेकिन अब मेरा उसके साथ रहना मुश्किल हो गया है।
मेरे अंदर अब उसके झूठ सहने की हिम्मत नहीं है। मुझे उससे नफरत हो गई है। इस शादीशुदा रिश्ते में रहने का झूठा दिखावा मुझे अंदर ही अंदर से खोखला कर रहा है। मुझे समझ नहीं आ रहा कि मैं क्या करूं?
मनोविज्ञान की एचओडी डॉ रचना खन्ना सिंह कहती हैं कि मैं समझ सकती हूं कि आपके ऊपर क्या बीत रही होगी। क्योंकि एक बेईमान जीवनसाथी से निपटना इस दुनिया का सबसे मुश्किल काम है। जैसा कि आपने बताया कि आप इस रिश्ते को खत्म नहीं करना चाहती थीं, तो मैं आपको सलाह दूंगीं कि आप अपने पति से बात करें।
उनसे बातचीत करके ये निर्णय लें कि शादी बचाने लायक है या नहीं। अगर उनकी बातों के बाद आप यह निर्णय लेती हैं कि आप उनके साथ अब इस बंधन में नहीं रहना चाहतीं, तो आप खुद को दोषी न मानते हुए इस रिश्ते से आसानी से बाहर निकल सकती है। अगर आपको लगता है कि वे सुधर रहे है, तो आप उन्हें एक मौका और दे सकती हैं।
जैसा आपने बताया कि आपके पति ने तीन बार आपको धोखा दिया है, तो ऐसे में मैं कहूंगी कि उन पर दोबारा विश्वास करना खुद के पैर पर कुल्हाड़ी मारने जैसा है। ऐसा इसलिए क्योंकि धोखेबाज लोगों की फितरत कभी नहीं बदलती। वह रिश्ते को बचाने के लिए कुछ समय तो शांत रहेंगे लेकिन जब उन्हें मौका मिलेगा, तो आपका दिल तोड़ने में वो एक बार भी नहीं सोचेंगे।
ऐसे में आप सबकुछ स्वीकार कर जीवन में आगे बढ़ें। अगर अपने बच्चों के खातिर आप इस रिश्ते में बने रहना चाहती हैं, तो अपने साथी से अलग कुछ समय बिताएं ताकि आप अंदर से ठीक हो सके।
जिस इंसान से धोखा मिलता है, तो उसके लिए अपने साथी पर विश्वास करना बहुत ज्यादा मुश्किल हो जाता है। आपके साथ भी ऐसा ही हुआ है। आप अपने पति के साथ रहते हुए उन पर जरा भी भरोसा नहीं है। इस दौरान अपने इमोशंस को दबाएं नहीं बल्कि खुलकर उन्हें बताएं।
उन्हें बताएं कि उनकी वजह से आप कितना ज्यादा परेशान हो रही है। हो सकता है कि आपकी भी कुछ गलतियां रही हों, उन पर भी ध्यान दें। आप चाहें तो किसी मैरिज काउंसलर की मदद ले सकती हैं ताकि आपको सही सलाह-मशवरा मिल सके।