Haryana News: हरियाणा में AIIMS को फिर से तेज हुई चर्चा, 24 नवंबर को टेंडर, जल्द शिलान्यास की उम्मीद

हरियाणा के रेवाड़ी जिले में बनने वाले देश के 22वें AIIMS का रास्ता जल्द ही साफ होने वाला है.
Haryana News: हरियाणा के रेवाड़ी जिले में बनने वाले देश के 22वें AIIMS का रास्ता जल्द ही साफ होने वाला है. AIIMS को लेकर अब शिलान्यास को लेकर चर्चाएं तेज हो चूकी है. बता दें कि हरियाणा में AIIMS बनने को लेकर हैं। पिछले 8 साल कुछ न कुछ परेशानी राह में बनती जा रही थी. कभी जमीन की लेकर तो कभी टेंडर प्रक्रिया में लगा.
टेंडर की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, 24 नवंबर को टेंडर होगा. ऐसे में अगले माह दिसंबर के पहले सप्ताह में एम्स का शिलान्यास की संभावनाएं है. वहीं कुछ दिन पहले केंद्रीय मंत्री और गुरुग्राम से मौजूदा भाजपा सांसद राव इंद्रजीत सिंह रेवाड़ी पहुंचे थे, जहां उन्होंने 24 नवंबर को टेंडर हो जाने की बात कही है.
इसके साथ ही उन्होंने यहां तक कहा कि प्रधानमंत्री के हाथों शिलान्यास होने के बाद सप्ताहभर के अंदर-अंदर एम्स का निर्माणकार्य शुरू होने और अगले 6 माह के अंदर OPD भी शुरू कराने का दावा किया.
डीसी-एसपी ने साइट विजिट के साथ-साथ मुख्यालय पर प्रधानमंत्री के संभावित दौरे को लेकर बैठकें भी लेनी शुरू कर दी थी, लेकिन कुछ दिन में ही इन चर्चाओं पर विराम लग गया.
रेवाड़ी के कस्बा बावल में जुलाई 2015 में आयोजित रैली के दौरान हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मनेठी गांव में एम्स बनाने की घोषणा की थी. इसके लिए मनेठी की पंचायत की तरफ से 200 एकड़ से ज्यादा जमीन दी गई.
उसके बाद 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार ने अंतरिम बजट में मनेठी में एम्स बनाने की घोषणा की थी.
जमीन को वन क्षेत्र बताते हुए उस पर आपत्ति लगा दी. पर्यावरण विभाग की आपत्ति के चलते इस जमीन को रिजेक्ट कर दिया गया.
इसके बाद साथ लगते माजरा गांव के ग्रामीणों ने एम्स के जमीन की पेशकश की. सरकार ने पंचायती जमीन के साथ ही गांव के किसानों की जमीन का अधिग्रहण भी किया.
रेवाड़ी में एम्स के बनने के बाद यहां के लोगों को खासकर रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, भिवानी, रोहतक, झज्जर, मेवात, पलवल व फरीदाबाद सहित राजस्थान के अलवर व झुंझुनू जिलों को भी इसका फायदा मिलेगा.
एम्स में प्रत्यक्ष रूप से करीब 3000 व अप्रत्यक्ष रूप से करीब 10 हजार लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे. प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत हरियाणा को केंद्र सरकार की ओर से सौगात मिलेगी.
करीब 1300 करोड़ केंद्र सरकार एम्स के निर्माण पर खर्च करेगी. एम्स 750 बिस्तरों का अस्पताल होगा, जिसमें मेडिकल कॉलेज, नर्सिंग कॉलेज सहित आईसीयू स्पेशलिस्ट व सुपर स्पेशलिस्ट सहित करीब 1500 व्यक्तियों को प्रतिदिन ओपीडी में देखने की सुविधाएं होंगी.
कैंपस में नाइट शेल्टर, गेस्ट हाउस 1000 सीटों का ऑडिटोरियम, हॉस्टल व रेजिडेंसल सुविधाएं भी बनाई जाएंगी.