Haryana Roadways Strike: हरियाणा रोडवेज कर्मचारियों ने क्यों किया चक्का जाम, ये है तीन शर्तें
अंबाला में रोडवेज ड्राइवर की हत्या के मामले में परिजनों के बाद हरियाणा रोडवेज यूनियन ने मोर्चा खोल दिया है।
Haryana Roadways Strike: अंबाला में रोडवेज ड्राइवर की हत्या के मामले में परिजनों के बाद हरियाणा रोडवेज यूनियन ने मोर्चा खोल दिया है। यूनियन ने सरकार को अल्टीमेटम दिया। जिसके बाद डीसी के साथ आरोपियों की गिरफ्तारी, एक सदस्य को नौकरी और 50 लाख रुपए के मुआवजे की मांग की गई, लेकिन सहमति नहीं बनने पर साझा मोर्चा ने रात 12 बजे से पूरे प्रदेश में रोडवेज चक्का जाम का ऐलान कर दिया।
यूनियन के पदाधिकारी महावीर सिंह पाई ने पहले ही कह दिया था कि अगर रात 12 तक आरोपियों की गिरफ्तारी, पीड़ितों को 50 लाख रुपए मुआवजा और मृतक के बेटे को सरकारी नौकरी नहीं दी गई तो पूरे हरियाणा में चक्का जाम होगा।
चंडीगढ़ में रोडवेज कर्मियों संग मुलाकात करेंगे परिवहन मंत्री
वहीं, दूसरी तरफ हरियाणा रोडवेज कर्मचारियों के चक्का जाम के ऐलान के बाद परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने कदम उठाया है। हरियाणा रोडवेज कर्मचारी यूनियंस के प्रधान को परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने मीटिंग के लिए बुला लिया है। हरियाणा रोडवेज कर्मचारी संघ के पदाधिकारी के साथ परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा कल शाम 5:00 बजे चंडीगढ़ में मुलाकात करेंगे।
उधर, मृतक ड्राइवर के परिजनों का रात से बस स्टैंड पर धरना जारी है। परिजन ड्राइवर का शव साथ लेकर बैठे हैं। उनकी मांग है कि जिन्होंने इस हत्या की वारदात को अंजाम दिया है उन्हें गिरफ्तार किया जाए और मृतक के बेटे को सरकारी नौकरी दी जाए। उसके बाद ही वह बस स्टैंड से शव उठाकर अंतिम संस्कार करेंगे।
सोमवार शाम को मृतक ड्राइवर राजवीर का पोस्टमार्टम हो गया था। जिसके बाद परिजन चंडीगढ़ से सीधा उसके शव को अंबाला कैंट बस स्टैंड पर लेकर आ गए और धरना शुरू कर दिया। वहीं धरने की सूचना मिलते ही रोडवेज GM अश्विनी कुमार, पड़ाव थाना प्रभारी सतीश कुमार मौके पर पहुंचे और उन्हें समझाने का प्रयास किया, लेकिन परिजन नहीं माने।
सोनीपत का रहने वाला था राजवीर
जानकारी के मुताबिक के अनुसार राजवीर हरियाणा रोडवेज में ड्राइवर था। दिवाली की रात उसकी ड्यूटी पार्किंग में लगी हुई थी। रात करीब 2 बजे एक डस्टर गाड़ी आई। जिसका नंबर HR19G 8118 था। गाड़ी में 4-5 व्यक्ति सवार थे।। इस दौरान आरोपी राजवीर के साथ बहसबाजी करने लगे और फिर उसके ऊपर हमला कर दिया।
राजवीर को गंभीर रूप से घायल कर बदमाश मौके से फरार हो गए थे। इसके बाद राजवीर को अंबाला के सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया था। जहां पर उसकी हालत को देखते हुए चंडीगढ़ रेफर कर दिया। यहां पर इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
परिवार ने की हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग
हमले में मारे गए राजवीर के परिवार के सदस्य सोमवार रात को चंडीगढ़ से वापस सोनीपत जाते हुए अंबाला कैंट बस स्टैंड पर रुके। यहां उन्होंने हत्यारों को गिरफ्तारी करने की मांग की। परिवार ने कहा कि राजवीर की किसी से कोई दुश्मनी या रंजिश वगैरह नहीं थी। उन्होंने कहा कि राजवीर की मौत सरकारी ड्यूटी पर रहने के दौरान हुई है, इसलिए सरकार उसके बेटे को सरकारी नौकरी दे।
प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर
एक तरफ जहां परिजन आरोपियों की गिरफ्तारी व बेटे को सरकारी नौकरी देने की मांग कर रहे है, वहीं प्रशासनिक अधिकारी भी रात से परिजनों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं। रोडवेज GM सहित पुलिस प्रशासन रात से ही मौके पर मौजूद है।
वहीं हिसार में मंगलवार को बस स्टैंड पर रोडवेज कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया। उन्होंने दीपावली के दिन अंबाला में ड्राइवर राजवीर की हत्या पर रोष जताया। शाम को मांगों को लेकर अंबाला डीसी से वार्ता विफल होने पर साझा मोर्चा के नेताओं ने बुधवार तड़के से चक्का जाम करने का ऐलान किया। हरियाणा रोडवेज सांझा मोर्चा वरिष्ठ कर्मचारी सुभाष ढिल्लों ने कहा कि हिसार डिपो में करीब 200 बसें हैं, जिनका चक्का जाम रहेगा।