Nuh Violence Conspiracy: नूंह हिंसा की साजिश रचने में इस गैंग का नाम आया सामने, बजरंग दल का क्या कनेक्शन है इस गैंग से

Nuh Violence Conspiracy: हरियाणा में नूंह हिंसा को लेकर नए नए खुलासे हो रहे हैं। पुलिस जांच में अब सामने आया है कि हिंसा में 'गैंग 0011' ने अहम भूमिका निभाई। इस ग्रुप में 60 लोगों ने वॉट्सऐप के जरिए 30 जुलाई को ही नूंह हिंसा की साजिश रचने की तैयारी कर ली थी।
उन्होंने तय कर लिया था कि ब्रजमंडल यात्रा में यदि बजरंग दल के लोग शामिल होंगे तो उन्हें सबक सिखाया जाएगा। इसका खुलासा तब हुआ है जब 'गैंग 0011' के नाम से वॉट्सऐप ग्रुप चलाने वाले एडमिन की गिरफ्तारी हुई है। गैंग के सरगना वसीम उर्फ टीटा को फिरोजपुर नमक से नूंह पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
20 और वॉट्सऐप ग्रुप संदेह के घेरे में
नूंह पुलिस अन्य 20 वॉट्सऐप ग्रुपों की जांच कर रही है। इन ग्रुपों के एडमिन और सदस्य नूंह हिंसा में उनकी संभावित भूमिका के लिए जांच के दायरे में हैं। हालांकि यह माना जाता है कि नूंह हिंसा सांप्रदायिक तनाव का एक सहज विस्फोट था। पुलिस की चल रही जांच में नए सबूत सामने आ रहे हैं कि दंगाई हमला करने के स्पष्ट इरादे से आए थे।
साइबर थाने को उड़ाने की थी योजना
पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ कि टीटा और अन्य आरोपियों के निशाने पर साइबर पुलिस स्टेशन भी था। इस गिरोह ने पुलिस स्टेशन को उड़ाने के लिए एक बस की भी व्यवस्था की थी।
जैसे ही नूंह में सांप्रदायिक तनाव पैदा हुआ, उसने एक निजी बस की व्यवस्था की और गांव-गांव जाकर गिरोह के सदस्यों को उठाया, जो साइबर पुलिस स्टेशन पर हमला करने के बाद विभिन्न स्थानों पर हिंसा में भी शामिल थे।
टीटा ने अपनी संलिप्तता कबूल की
पुलिस जांच में आरोपी टीटा ने अपनी संलिप्तता कबूल कर ली है। वॉट्सऐप ग्रुप कई दिनों तक चर्चा में रहा, जिसमें मुख्य रूप से उसके हिंसा भड़काने वाले संदेश थे। इन संदेशों में दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं के लिए एक उदाहरण स्थापित करने और उनकी चुनौतियों का जवाब देने की बात की गई थी। ग्रुप में लिख गया था कि अगर उनकी हिट लिस्ट के लोग यात्रा में शामिल होते हैं तो वे कार्रवाई के लिए तैयार रहें।
सदस्यों का आपराधिक इतिहास खंगाल रही पुलिस
नूंह पुलिस के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि गैंग के सदस्यों ने साइबर पुलिस स्टेशन पर हमले की योजना बनाई और उसे अंजाम दिया। हम सभी सदस्यों के आपराधिक इतिहास की जांच कर रहे हैं, क्योंकि कई साइबर अपराधी हैं और उन्हें पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है।
ब्रजमंजल यात्रा पर पथराव के बाद हुई थी हिंसा
31 जुलाई को नूंह में विश्व हिंदू परिषद की तरफ से ब्रजमंडल यात्रा निकाली गई थी। यात्रा दोपहर के समय जब नूंह के तिरंगा पार्क के पास पहुंची तो पथराव हो गया। इसके बाद हिंसा फैल गई और उसकी चपेट में पड़ोसी जिले गुरुग्राम, पलवल, फरीदाबाद और रेवाड़ी भी आ गए।
हिंसा के कारण होमगार्ड के दो जवानों सहित 6 लोगों की मौत हो गई थी। 9 जिलों में धारा 144 और नूंह में कर्फ्यू लगाया गया था। इसके साथ ही अभी तक अकेले नूंह में ही 57 FIR दर्ज हो चुकी है, जिसमें 188 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। नूंह में अभी भी 11 अगस्त की रात 12 बजे तक नेट बंद और कर्फ्यू लागू है।
नूंह हिंसा में अब तक 3 एनकाउंटर
नूंह हिंसा मामले में अब तक पुलिस 3 एनकाउंटर कर चुकी है। इसमें हिंसा से संबंधित तीन अपराधियों को गोली लगी हैं। उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। 24 अगस्त को नूंह हिंसा से जुड़े एक और आरोपी का नूंह पुलिस ने एनकाउंटर किया है। देर रात 11 बजे नूंह हिंसा के मामले के आरोपी ओसामा उर्फ पहलवान को पुलिस मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया गया है।
इससे पहले पुलिस ने 21 अगस्त रात 10:30 बजे आरोपी आमीर निवासी ढिडारा तावडू और 10 अगस्त सुबह 5 बजे आरोपी मुनफेद निवासी गवारका को पुलिस मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया था।