Patiala Peg: क्या आप जानते है पटियाला पैग की कहानी, नहीं ना यहा जानिए मस्त है कहानी
Patiala Peg: हर शख्स की शराब पीने की एक लिमिट होती है.
सबसे छोटा पैग 30 ml, उससे बड़ा 60 ml, और उससे बड़ा 90 ml होता है.
आपको बताए जो 90 ml का पैग होता है उसे पटियाला पैग कहा जाता है.
लेकिन क्या आपने जानते है कि इसे किसने तय किया और क्यों?
भारत में समान्यत लोग 30 ml या फिर 60 ml का पैग पीना पसंद करते है.
जानकारी के हिसाब से जाने तो डेनमार्क में मापन की ईकाई paegl से ही पेग की उत्पत्ति हुई है.
30 एमएल पैग के लिए कहा जाता है कि इसे हमारा शरीर इसे आसानी से पचा लेता है.
पटियाला के महाराजा भूपेंदर सिंह ने ही प्रो-मैक्स ईकाई पटियाला पैग की शुरुआत की थी.
कहानी है कि महराज और आइरिश टीम के बीच पोलो का मैच था.
मैच से पहले पार्टी में महाराजा ने आदेश दिया कि शराब को बड़ी मात्रा में परोसा जाए.
मैच हुआ तो आइरिश टीम हैंगोओवर की वजह से हार गई.
महाराजा ने जवाब दिया कि पटियाला में एक बार में शराब इतनी ही मात्रा में परोसी जाती है.
उसके बाद, पटियाला पेग पूरे भारत में मशहूर हो गया.