लॉक डाउन में यमुनानगर परिवहन विभाग को प्रतिदिन 10 लाख का नुकसान
लॉक डाउन में यमुनानगर परिवहन विभाग को प्रतिदिन 10 लाख का नुकसान
लॉक डाउन से अब तक 1 करोड से अधिक का नुकसान ।
लोकल व नजदीकी जिलों में ही चलाई जा रही है रोडवेज की बसें ।
यमुनानगर
जंहा एक तरफ हरियाणा में लॉक डाउन के चलते कई विभागों में भारी नुकसान हो रहा है तो वंही परिवहन विभाग के अधिकारी अब नुकसान का आंकड़ा निकालने लगे हैं जोकि प्रतिदिन करोड़ों रुपए का नुकसान हो रहा है। अकेले यमुनानगर की अगर हम बात करें तो परिवहन विभाग को प्रतिदिन 10 लाख से अधिक का नुकसान होने का आंकड़ा नापा गया है ।
यमुनानगर रोडवेज के बेड़े में 141 बसे हैं, जो लॉक डाउन से पहले देश के विभिन्न राज्यों में सवारियां लेकर जाती थी। लेकिन लॉकडाउन के बाद अधिकांश दूसरे राज्यों में बसे नहीं जा रही। हरियाणा के यमुनानगर के साथ लगते कुछ जिलों में ही बसे जा रही हैं। बसों में जहां 52 सवारियां बैठाई जाती थी वहां अब 30 से 35 यात्री बैठाए जा रहे हैं ,ताकि सोशल डिस्टेंस लागू रहे। यमुनानगर जिला के कुछ नजदीकी गांव में भी बसें चलाई जा रही हैं। यमुनानगर रोडवेज के महाप्रबंधक लेखराज का कहना है कि पहले जहां सभी बसें विभिन्न रूटों पर जाती थी और लगभग 12 लाख रुपए प्रतिदिन इकट्ठे होते थे। वहीं लाक डाउन के बाद मात्र डेढ़ लाख रुपया प्रतिदिन इकट्ठा हो रहा है यानी सीधा सीधा 10 लाख प्रतिदिन के हिसाब से नुकसान हो रहा है । उन्होंने कहा कि कोरोना के चलते और लोगों को सुविधाएं देने के लिए विभाग यह कार्य कर रहा है।