उत्तर प्रदेश : घुंघरू कारोबारी को डिजिटल अरेस्ट कर ठगे 23 लाख रुपये
उत्तर प्रदेश के एटा जिले में घुंघरू कारोबारी 23 लाख रुपये की ठगी का शिकार हो गया। व्हाट्सएप पर आए कॉल को रिसीव किया, तो वो साइबर ठगों के जाल में फंस गया। ठगों ने उसे डिजिटल अरेस्ट कर दो बार में 23 लाख रुपये खाते में ट्रांसफर करा लिए गए। जब तक उसे ठगी की जानकारी हुई, तब तक देर हो चुकी थी। पीड़ित ने थाना जलेसर में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है।
जलेसर के मोहल्ला सर्राफ निवासी गिरीश चंद बंसल का सूरज घुंघरू नाम से कस्बे में ही स्टोर है। पीड़ित ने बताया कि 26 नवंबर को उसके पास व्हाट्सएप कॉल आया। फोन करने वाले ने खुद को ईडी अधिकारी बताते हुए उसे धमकाना शुरू कर दिया। कहा गया किमनी लॉन्ड्रिंग से विदेश पैसे भेजे गए हैं। इसके बाद उसे डराना शुरू कर दिया गया। वो इस कदर दहशत में आ गया कि दो बार में उसने 23 लाख रुपये की रकम बताए गए खातों में भेज दी।
पीड़ित ने बताया कि पहले उसने 18 लाख 75 हजार 588 रुपये आईडीएफसी बैंक के खाते में भेजे, उसके बाद 4 लाख 40 हजार रुपये एचडीएफसी के खाते में भेजे। इतनी बड़ी रकम भेजने के बाद जब उसे अपने साथ हुए इस अपराध की जानकारी हुई तो पसीने छूट गए। पीड़ित ने कोतवाली जलेसर में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी है।
जलेसर के मोहल्ला सर्राफ निवासी गिरीश चंद बंसल का सूरज घुंघरू नाम से कस्बे में ही स्टोर है। पीड़ित ने बताया कि 26 नवंबर को उसके पास व्हाट्सएप कॉल आया। फोन करने वाले ने खुद को ईडी अधिकारी बताते हुए उसे धमकाना शुरू कर दिया। कहा गया किमनी लॉन्ड्रिंग से विदेश पैसे भेजे गए हैं। इसके बाद उसे डराना शुरू कर दिया गया। वो इस कदर दहशत में आ गया कि दो बार में उसने 23 लाख रुपये की रकम बताए गए खातों में भेज दी।
पीड़ित ने बताया कि पहले उसने 18 लाख 75 हजार 588 रुपये आईडीएफसी बैंक के खाते में भेजे, उसके बाद 4 लाख 40 हजार रुपये एचडीएफसी के खाते में भेजे। इतनी बड़ी रकम भेजने के बाद जब उसे अपने साथ हुए इस अपराध की जानकारी हुई तो पसीने छूट गए। पीड़ित ने कोतवाली जलेसर में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी है।