गाजियाबाद: अकेले करानी है रजिस्ट्री तो तलाक के पेपर लाओ

(K9 Media) गाजियाबाद, इंदिरापुरम निवासी एक शिक्षक का पत्नी से तलाक का मुकदमा चल रहा है। जीडीए में पिछले दो माह से वह फ्लैट की रजिस्ट्री के लिए चक्कर लगा रहे हैं। अपर सचिव ने शासनादेश का हवाला देते हुए पति-पत्नी दोनों के नाम रजिस्ट्री कराने की बात कही। मंगलवार को वह एक बार फिर जीडीए कार्यालय पहुंचे और अफसरों से फ्लैट की रजिस्ट्री के लिए मनुहार करने लगे। इस पर अपर सचिव ने तलाक का पेपर लाने के बाद अकेले रजिस्ट्री कराने की बात कही।
शिक्षक ने बताया कि शादी के बाद पत्नी की पढ़ाई कराई और वह भी वर्तमान में जूनियर हाईस्कूल में शिक्षिका है। पिछले दो साल से मनमुटाव हुआ तो दोनों अलग रहने लगे। मौजूदा समय में परिवार न्यायालय में तलाक का मुकदमा चल रहा है। शिक्षक ने अधिकारियों से बताया कि बैंक से 35 लाख रुपये का लोन पास होने के बाद बैंक ड्राफ्ट बन चुका है। अगर रजिस्ट्री नहीं हुई तो ड्राफ्ट निरस्त कराना पड़ेगा। अपर सचिव सीपी त्रिपाठी ने शिक्षक को समझाया कि पत्नी से समझौता कर उन्हें घर ले आएं और रजिस्ट्री कराएं।
लगाना होगा कोर्ट का आदेश
अपर सचिव सीपी त्रिपाठी ने बताया कि शासनादेश है कि यदि कोई विवाहित पुरुष संपत्ति की रजिस्ट्री कराता है तो उसमें पत्नी का नाम लिखा जाना अनिवार्य है। बिना पत्नी का नाम दर्ज कराए फ्लैट की रजिस्ट्री करानी है तो तलाक का पेपर या कोर्ट का आदेश लगाना होगा। बिना पत्नी का नाम शामिल किए किसी भी स्थिति में जीडीए से संपत्ति की रजिस्ट्री नहीं होती है।