बाटला हाउस एनकाउंटर में मारे गए आतंकियों को बताया शहीद, तौकीर रजा ने कांग्रेस से हाथ मिलाकर दिया विवादित बयान
लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में विवादित बयानों की एंट्री हो चुकी है. कांग्रेस में शामिल हुए तौकीर रजा ने बाटला हाउस एनकाउंटर पर विवादित बयान देते हुए कहा है कि एनकाउंटर में मारे गए लोग आतंकी नहीं, शहीद थे.
एनकाउंटर को लेकर कांग्रेस पर भी उठाए सवाल
तौकीर रजा ने बाटला हाउस एनकाउंटर को लेकर कांग्रेस पर भी सवाल उठाए. बरेली में उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सत्ता में आने पर बाटला हाउस कांड की जांच की बात कही थी, लेकिन उसने जांच नहीं कराई. मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि बाटला हाउस एनकाउंटर की जांच होती तो साफ हो जाता कि एनकाउंटर में मारे गए लोग आतंकी नहीं, शहीद थे.
बाटला हाउस एनकाउंटर के दौरान क्या हुआ था?
13 सितंबर 2008 को राजधानी दिल्ली के अलग-अलग स्थानों पर बम धमाके हुए थे, जिसमें 39 लोगों की मौत हो गई थी और 150 से ज्यादा लोग घायल हुए थे. 19 सितंबर 2008 को बाटला हाउस में आतंकियों को गिरफ्तार करने पहुंची पुलिस के साथ मुठभेड़ में दो आतंकी मारे गए थे और एक आतंकी ने सरेंडर किया था, जबकि दो आतंकी फरार हो गए थे. मुठभेड़ के दौरान इंस्पेक्टर मोहन चंद शर्मा शहीद हो गए थे और पुलिसकर्मी बलवंत गोली लगी थी.
क्या कांग्रेस का 'हाथ' हिदू विरोधियों के साथ है?
ये सवाल इसलिए, क्योंकि यूपी में इत्तेहाद मिल्लत काउंसिल के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा ने कांग्रेस का समर्थन करने का ऐलान किया है. ये वही मौलाना हैं, जिनका हिंदू विरोधी वीडियो वायरल हो रहा है. अब मौलाना तौकीर और कांग्रेस के साथ पर बीजेपी ने सवाल उठाए हैं.
बीजेपी ने आरोप लगाया है कि वेलफेयर पार्टी को चलाने वाली जमात-ए-इस्लामी पार्टी जो UAPA के तहत बैन है, उसके साथ कांग्रेस का गठबंधन हुआ है. चंद दिन पहले कर्नाटक में एसडीपीआई जो पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) का पॉलिटिकल फ्रंट है, उसके साथ गठबंधन किया. इसी तरह बंगाल में हिंदुओं के खिलाफ जहर उगलने वाले अब्बास सिद्दिकी के इंडियन सेक्युलर फ्रंट के साथ गठबंधन कांग्रेस ने किया था.
राहुल-प्रियंका को बताते हैं सच्चा सेक्युलरिस्ट
बरेली से ताल्लुक रखने वाले मौलाना तौकीर रजा राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा को सच्चा सेक्युलरिस्ट बताते हैं, लेकिन अखिलेश यादव और योगी आदित्यनाथ का विरोध कर रहे हैं. आला हजरत खानदान से होने की वजह से यूपी में मौलाना तौकीर का बरेलवी मुसलमानों पर खास प्रभाव माना जाता है और जिस तरह वो हिंदुओं के खिलाफ जहर उगल रहे हैं. ऐसे में सवाल ये कि क्या इस बार यूपी का संग्राम हिंदू-मुसलमान या यूं कहें कि 80-20 पर होगा