आगरा : 4 घंटे के डिजिटल अरेस्ट में टीचर की मौत, की एक लाख की मांग
आगरा में डिजिटल अरेस्ट के 4 घंटे में ही एक सरकारी स्कूल टीचर की मौत हो गई। साइबर ठग ने सरकारी स्कूल की टीचर को धमकाया। तुम्हारी बेटी को सेक्स रैकेट में पकड़ा गया है। 1 लाख रुपए ट्रांसफर कर दो, नहीं तो वीडियो वायरल कर देंगे। फोन कॉल में पुलिस इंस्पेक्टर की तस्वीर थी।
टीचर परेशान हो गई। उन्होंने बेटे को 1 लाख रुपए ट्रांसफर करने को कहा, लेकिन उससे पहले हार्ट अटैक आ गया। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन बचाया नहीं जा सका। बेटे ने पूरे मामले में कॉल डिटेल और साक्ष्य पुलिस को सौंपे हैं। अब पुलिस कॉल करने वाले शख्स को ट्रेस करने का प्रयास कर रही है। कहा जा रहा है कि डिजिटल अरेस्ट में यह पहली मौत है। मामला आगरा के शाहगंज अलबतिया का है।
सुभाष नगर में रहने वाली मालती वर्मा राजकीय कन्या जूनियर हाईस्कूल अछनेरा में टीचर थीं। 30 सितंबर की दोपहर 12 बजे उनके मोबाइल पर वॉट्सऐप कॉल आई। कॉल करने वाले ने पुलिस वर्दी में तस्वीर लगा रखी थी। देखकर यही लग रहा था कि यह कॉल किसी थाने से है।
मालती ने कॉल रिसीव की। उधर से कहा गया कि आपकी बेटी को पुलिस ने सेक्स रैकेट में पकड़ा है। अभी पुलिस ने उसे लिखा-पढ़ी में शामिल नहीं किया है। आपकी बहुत बदनामी हो सकती है। इसलिए आपको कॉल कर रहे हैं। अगर आप चाहती हैं कि बेटी की फोटो वीडियो वायरल न हो। अगर आप चाहती है कि केस न दर्ज हो। तो तुरंत 1 लाख रुपए हमें भेज दें।
फोन करने वाले शख्स ने इसके बाद एक नंबर भी भेजा। दोबारा कॉल करके 15 मिनट में रुपए भेजने के लिए फिर धमकाया। कहा- रुपए नहीं आए तो FIR लिख देंगे, बेटी जेल चली जाएगी।
बेटी की गिरफ्तारी के बारे में सुनकर मालती वर्मा परेशान हो गईं। उन्होंने तुरंत अपने बेटे दीपांशु को फोन किया। उससे कहा कि बैंक से 1 लाख रुपए निकालकर एक नंबर पर भेजने हैं। दीपांशु ने उनसे पूछा- क्या बात हो गई? उन्होंने कुछ नहीं बताया। कहा कि किसी को भेजने हैं। बेटे के फोर्स करने पर पूछा, तो बताया कि बहन को पुलिस ने पकड़ लिया है। जल्दी उन्हें पैसे भेजना है। बात करते-करते वो बेचैन हो रही थीं। उनकी सांस फूलने लगी थी।
दीपांशु ने बताया कि मम्मी के पास करीब 3.30 बजे फोन आया। वह घर आईं और उनकी तबीयत खराब होने लगी। उन्हें बहुत समझाया, लेकिन उनकी तबीयत बिगड़ती गई। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां पहुंचने से पहले उनकी मौत हो गई। दीपांशु ने बताया कि मां को बहन के पकडे़ जाने की बात से गहरा सदमा लगा था। इसके बाद ही उनकी तबीयत बिगड़ गई थी।
टीचर परेशान हो गई। उन्होंने बेटे को 1 लाख रुपए ट्रांसफर करने को कहा, लेकिन उससे पहले हार्ट अटैक आ गया। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन बचाया नहीं जा सका। बेटे ने पूरे मामले में कॉल डिटेल और साक्ष्य पुलिस को सौंपे हैं। अब पुलिस कॉल करने वाले शख्स को ट्रेस करने का प्रयास कर रही है। कहा जा रहा है कि डिजिटल अरेस्ट में यह पहली मौत है। मामला आगरा के शाहगंज अलबतिया का है।
सुभाष नगर में रहने वाली मालती वर्मा राजकीय कन्या जूनियर हाईस्कूल अछनेरा में टीचर थीं। 30 सितंबर की दोपहर 12 बजे उनके मोबाइल पर वॉट्सऐप कॉल आई। कॉल करने वाले ने पुलिस वर्दी में तस्वीर लगा रखी थी। देखकर यही लग रहा था कि यह कॉल किसी थाने से है।
मालती ने कॉल रिसीव की। उधर से कहा गया कि आपकी बेटी को पुलिस ने सेक्स रैकेट में पकड़ा है। अभी पुलिस ने उसे लिखा-पढ़ी में शामिल नहीं किया है। आपकी बहुत बदनामी हो सकती है। इसलिए आपको कॉल कर रहे हैं। अगर आप चाहती हैं कि बेटी की फोटो वीडियो वायरल न हो। अगर आप चाहती है कि केस न दर्ज हो। तो तुरंत 1 लाख रुपए हमें भेज दें।
फोन करने वाले शख्स ने इसके बाद एक नंबर भी भेजा। दोबारा कॉल करके 15 मिनट में रुपए भेजने के लिए फिर धमकाया। कहा- रुपए नहीं आए तो FIR लिख देंगे, बेटी जेल चली जाएगी।
बेटी की गिरफ्तारी के बारे में सुनकर मालती वर्मा परेशान हो गईं। उन्होंने तुरंत अपने बेटे दीपांशु को फोन किया। उससे कहा कि बैंक से 1 लाख रुपए निकालकर एक नंबर पर भेजने हैं। दीपांशु ने उनसे पूछा- क्या बात हो गई? उन्होंने कुछ नहीं बताया। कहा कि किसी को भेजने हैं। बेटे के फोर्स करने पर पूछा, तो बताया कि बहन को पुलिस ने पकड़ लिया है। जल्दी उन्हें पैसे भेजना है। बात करते-करते वो बेचैन हो रही थीं। उनकी सांस फूलने लगी थी।
दीपांशु ने बताया कि मम्मी के पास करीब 3.30 बजे फोन आया। वह घर आईं और उनकी तबीयत खराब होने लगी। उन्हें बहुत समझाया, लेकिन उनकी तबीयत बिगड़ती गई। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां पहुंचने से पहले उनकी मौत हो गई। दीपांशु ने बताया कि मां को बहन के पकडे़ जाने की बात से गहरा सदमा लगा था। इसके बाद ही उनकी तबीयत बिगड़ गई थी।