जानिए किसने किया पहला चुबंन, फ्रेंच किस के पीछे किसका हाथ, बड़ी दिलचस्प है किस की कहानी
इंसान जिसका दिमाग सबसे ज्यादा खूराफाती होता है। हर एक चीज में ये जरूर सोचता है कि आखिर कुछ है तो वो क्यों, और कैसे। ऐसे में आपके मन में कभी तो ये आया होगा कि Kiss की शुरूआत कैसे हुई होगी। kiss का रूप वक्त के साथ गहराता जा रहा है। ये ज्यादा इंटेन्स हो गया। खासकर होठों पर चुंबन प्यार का प्रतीक बन गया। हालांकि फिलहाल Kiss के जिस रूप पर फ्रांस अपना ठप्पा लगाता है, उसकी शुरुआत किसी फ्रांसीसी जोड़े से हुए होगी। इसपर काफी लट्ठम-लट्ठ हो चुकी। जानकार ये भी कहते हैं कि kiss भारत से शुरू हुआ और आक्रमणकारियों से होता हुआ दुनिया में फैला।
हालांकि मसला जितना दिलचस्प हो, उसपर बातें भी उतने ही तरह की होंगी, किस के साथ भी कुछ ऐसा ही है। एंथ्रोपोलॉजिस्ट अलग-अलग थ्योरी देते हैं कि kiss की शुरुआत कैसे और कहां से हुई होगी। हां, एक बात लगभग सभी कहते हैं कि पहला किस एक हादसा रहा होगा। वो हादसा, जो पसंद आ गया।
चिंपाजियों से kiss की शुरुआत - कई एंथ्रोपोलॉजिस्ट मानते हैं कि मुंह से मुंह में खाना देने के दौरान चिंपाजियों से इसकी शुरुआत हुई। शुरुआत मां के बच्चों को खाना खिलाने से हुई होगी। पहले पशु भी खाने का निवाला या अनाज-फल सीधे बच्चों के मुंह में नहीं डालते थे, बल्कि चबाया हुआ कौर मुंह से मुंह में दिया जाता। इसे प्रीमेस्टिकेशन फूड ट्रांसफर कहते हैं। ह्यूमन इवॉल्यूशन इसी तरह से हुआ होगा। चिंपाजियों में अब भी ऐसा होता है और चिंपाजी मांएं अपने बच्चों को दुलारते हुए किस भी करती हैं तो ये भी हो सकता है कि हमने अपने पूर्वजों की देखादेखी kiss का लेनदेन सीख हो।
Kiss एक एक्सिडेंट- दूसरी थ्योरी भी है, जिसके मुताबिक kiss एक एक्सिडेंट की देन है। टेक्सास ए एंड एम यूनिवर्सिटी के एंथ्रोपोलॉजी विभाग ने इसपर भारी स्टडी की और क्लेम किया कि सूंघते हुए हमने एकाएक एक-दूसरे को चूम लिया होगा। यहीं से शुरुआत हुई। बात में थोड़ा दम इसलिए भी है कि पुराने समय में एक-दूसरे को मिलते हुए सूंघने का चलन था। बहुत सी सोसायटी में सूंघना ही एक तरह का अभिवादन था। सूंघते हुए ही एकाएक किसी जोड़े ने चुंबन ले लिया होगा। माना जाता है कि kiss की शुरुआत इसी तरह से और वो भी हमारे ही देश से हुई। बाद में प्राचीन ग्रीक भारत आए और लौटते हुए चुंबन का कंसेप्ट भी साथ ले गए। इसी तरह से ये पूरी दुनिया में फैला।
गलॉश kiss- लगभग एक दशक पहले ही इस देश ने देर तक चुंबन को अपनी डिक्शनरी में शामिल करते हुए उसे एक नाम दिया- गलॉश। साथ में ये दावा भी ठोक दिया कि पहले वर्ल्ड वॉर के समय फ्रांस में समय बिता चुके अमेरिकी सैनिकों ने उनका ये भेद जान लिया और यहां-वहां फैला दिया। बता दें कि पश्चिम के कई मुल्क फ्रेंच किस पर अपनी मुहर लगाना चाहते हैं। कई एंथ्रोपोलॉजिस्ट इसके लिए अलग-अलग तरह के हवाले देते हैं।
यहां लगा kiss पर बैन- मिसाल के तौर पर रोमन शासक टाइबेरिअस ने होठों पर चुंबन पर बैन लगा दिया क्योंकि इससे यौन रोग फैलने का डर रहता था। शासक का राज काफी दूर-दराज तक फैला हुआ था। इजीप्ट से लेकर इटली-जर्मनी और बेल्जियम-स्विटजरलैंड का बड़ा हिस्सा उसके कब्जे में था, यानी इन सारे इलाकों में चूमना प्रतिबंधित हो गया यहीं से गाल चूमने का चलन आया होगा। बता दें कि 17वीं सदी में जब दुनिया का बड़ा हिस्सा प्लेग से दम तोड़ रहा था, तब भी ब्रिटेन समेत कई देशों ने चूमने पर रोक लगा दी। न मानने वाले को सजा के तौर पर भारी जुर्माना देना होता।
जब kiss को बना बैड मैनर्स- अमेरिका, जो अब अपने खुलेपन और लोकतांत्रिक तौर-तरीकों के लिए जाना जाता है, वहां एक समय ऐसा भी था, जब सार्वजनिक तौर पर किसिंग को शिष्टाचार से बाहर माना गया। ये बात पहले विश्व युद्ध के बाद की है। तब तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति केल्विन कूलिज ने इसे बैड मैनर्स की लिस्ट में रखा।
Kiss रोमान्स या नहीं- अमेरिकी एंथ्रोपोलॉजिस्ट एसोसिएशन ने कुछ साल पहले एक रिसर्च की, जिसमें दुनिया के अलग-अलग हिस्सों के 168 कल्चर्स को शामिल किया। इसमें पता लगा कि सिर्फ 46 प्रतिशत लोग ही हैं जो kiss को रोमांस से जोड़ते हैं, खासकर होठों पर चुंबन। बाकियों ने चुंबन के इस रूप को रोमांस से जोड़ने से साफ इनकार कर दिया।
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