किसान महापंचायत मे अरविंद केजरीवाल बोले- जो किसानों का समर्थक नहीं,वह देशभक्त नहीं

जींद। दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को हरियाणा के जींद में आयोजित महापंचायत में बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा, 'किसान आंदोलन को सफल बनाने के लिए जो भी कुर्बानी देनी पड़ेगी, मैं वो हर कुर्बानी देने के लिए तैयार हूं। इस आंदोलन में 300 किसानों ने शहादत दी, इस आंदोलन के लिए मेरी भी जान चली जाए तो कोई परवाह नहीं'। रविवार को आम आदमी पार्टी हरियाणा की तरफ से जींद के सफीदों रोड स्थित हुडा ग्राउंड में किसान महापंचायत का आयोजन किया गया। इसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को 12 बजे पहुंचना था, मगर वह करीब ढाई बजे पहुंचे। केजरीवाल ने कहा कि सभा में आने वाले लोग भी जाम में फंसे हुए हैं। जाम में फंसे लोगों से माफी चाहता हूं। कृषि कानूनों से पूरे देश का किसान दुखी है। मैं पंजाब गया और किसानों का धन्यवाद किया। आज हरियाणा में धन्यवाद करने आया हूं। सारा देश आपके साथ है।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जो किसानों का समर्थक नहीं, वह देशभक्त नहीं गद्दार है। ऐसे लोगों ने इस देश को खोखला कर दिया है। किसानों की मांगों को पूरा करवाने के लिए वह हर कुर्बानी देने को तैयार हैं। अरविंद केजरीवाल हरियाणा के जींद में आयोजित आम आदमी पार्टी की किसान महापंचायत को संबोधित कर रहे थे।
केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार ने दिल्ली के स्टेडियमों को जेल बनाने का प्रयास किया लेकिन इसकी शक्ति दिल्ली सरकार के मुख्यमंत्री के पास थी। उन्होंने ऐसा करने से मना कर दिया। इससे बौखलाई केंद्र सरकार ने अब उनसे सारी शक्तियां छीनने की कोशिश की है। यह लोकतंत्र पर एक बदनुमा दाग है। दिल्ली की जनता ने सरकार चलाने के लिए उनको बहुमत दिया लेकिन केंद्र सरकार अब सारी शक्तियों को छीन रही है। यह कैसा लोकतंत्र हैं, जहां जनता की चुनी सरकार के पास कोई शक्ति नहीं होती। केंद्र सरकार सारी शक्तियां एलजी (उपराज्यपाल) को देने पर आमदा है। यह सब केंद्र सरकार ने उनको किसानों का समर्थन करने की सजा दी है। केजरीवाल ने कहा कि वह किसी भी सजा को भुगतने या कुर्बानी देने को तैयार हैं लेकिन किसानों को उनका हक मिलना चाहिए। तीनों कानून रद्द होने चाहिए और एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) की गारंटी मिलनी चाहिए। रोहतक में हुए लाठीचार्ज की निंदा करते हुए केजरीवाल ने कहा कि इसके विरोध में किसानों ने काफी जगह जाम लगाया, वह किसानों के इस संघर्ष का समर्थन करते हैं। उन्हें रास्ते जाम होने के कारण अन्य रास्तों से आना पड़ा लेकिन उन्हें इस बात का कोई दुख नहीं,बल्कि वह किसानों के साथ हैं। 28 जनवरी को उनके पास राकेश टिकैत का फोन आया और उन्होंने कहा कि योगी सरकार ने उनकी बिजली सप्लाई काट दी,पानी की समस्या के साथ-साथ काफी अन्य समस्याएं हैं। केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने तुरंत दिल्ली सरकार की तरफ से बॉर्डर पर बैठे किसानों के लिए पानी के टैंकर, जनरेटर और वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध करवाई। आजादी के 74 साल बाद भी देश का विकास नहीं हो पाया, क्योंकि भाजपा व कांग्रेस ने देश को अब तक लूटा ही है, विकास नहीं करवाया।
केजरीवाल केंद्र सरकार और हरियाणा की मनोहर सरकार पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि जब से तीनों कृषि कानून बनाए गए हैं, तब से किसान परेशान हैं। हरियाणा सरकार ने किसानों के ऊपर आंसू गैस के गोले छोड़े, लाठीचार्ज किया।, लेकिन हमारे किसानों की हिम्मत देखिए कि इन सबको पार करके दिल्ली पहुंच ही गए।
अरविंद ने कहा कि कई राज्यों से किसान दिल्ली बॉर्डर पर जारी आंदोलन में हिस्सा नहीं ले पा रहे हैं, लेकिन वह घर में बैठकर दुआ कर रहे हैं कि यह आंदोलन सफल हो। मेरी सरकार किसानों को पूरा समर्थन दे रही है। आंदोलन को सफल बनाने के लिए वह किसानों की पूरी मदद कर रहे हैं। जिस हरियाणा में भाजपा और जजपा के नेताओं को लोग गांवों में प्रवेश नहीं दे रहे, वहां आज आप के नेताओं की इज्जत हो रही है। मुझे इस बात की खुशी है। अरविंद केजरीवाल ने रोहतक में किसानों पर हुए लाठीचार्ज की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि जिस देश में किसानों का सम्मान नहीं है, वह देश कभी प्रगति नहीं कर सकता। सरकार को किसानों का साथ देना चाहिए या उन पर लाठीचार्ज करना चाहिए। इसको लेकर किसानों ने हरियाणा में चक्का जाम कर रखा है, हम किसानों के इस संघर्ष का समर्थन करते हैं।