उत्तर प्रदेश : भाई बहन को स्कूल भेज , 10वी की छात्रा ने लगाया फंदा , माँ बोली आत्मा का था साया

झांसी में शनिवार को 10वीं की एक छात्रा ने सुसाइड कर लिया। माता-पिता कमाने के लिए दिल्ली गए थे। उसने पहले भाई-बहन को स्कूल भेज दिया और फिर मां से बात की। कहा कि लेट हो गई हूं, इसलिए स्कूल नहीं जा रही हूं। थोड़ी देर बाद ट्यूशन जाऊंगी। इसके बाद आधी रोटी खाई और फिर फांसी लगाकर जान दे दी।
सूचना पर माता-पिता दिल्ली से रविवार को झांसी पहुंच गए। मां का कहना है- मेरी बेटी के अंदर आत्मा घुस गई थी। 4 दिन पहले वह अजीब हरकतें कर रही थी। जब तांत्रिक को बुलवाकर झाड़-फूंक कराई। इसके बाद उसने ये कदम उठा लिया। पूरा मामला सीपरी बाजार थाना क्षेत्र के बह्मनगर का है।
मृतका सपना (16) पुत्री गोकुल प्रसाद अहिरवार बह्मनगर की रहने वाली थी। सपना की मां रामवती ने बताया- मेरी बेटी आर्य कन्या इंटर कॉलेज में 10वीं कक्षा में पढ़ती थी। एक माह पहले मैं पति के साथ कमाने के लिए दिल्ली गई थी। घर पर तीन बच्चे रहते थे। तीन दिन से बेटी सपना स्कूल नहीं जा रही थी।
शनिवार सुबह सपना से फोन पर बात हुई। तब सपना ने बताया कि आज जागने में देर हो गई। इसलिए स्कूल नहीं जा रही हूं। 10 बजे से ट्यूशन पढ़ने जाऊंगी। इसके बाद बेटा और छोटी बेटी स्कूल चले गए। घर पर बेटी सपना अकेली थी।
मां ने बताया- दोपहर में सपना और पड़ोस में रहने वाली दूर की मामी घर पर थी। तब सपना ने मामी को बहाना बनाकर भगा दिया। कमरा अंदर से बंद कर लिया और पाइप पर दुपट्टा से फंदा बनाकर झूल गई। काफी देर तक वह घर से बाहर नहीं निकली। तब मामी ने आवाज दी, लेकिन सपना ने कोई जवाब नहीं दिया।
मामी ने खिड़की से झांक कर देखा तो सपना कमरा के अंदर लटकी थी। इसके बाद मामी ने मुझे कॉल किया। आसपास के लोग जुट गए और पुलिस को सूचना दे दी।
मां ने बताया- बेटी पर भूत-प्रेत का साया था। चार दिन पहले वह जमीन पर लौटने लगी थी। अजीब हरकतें करने लगी थी। तब तांत्रिक को बुलाया था। बेटी पर किसी आत्मा का साया था। उसकी वजह से बेटी ने सुसाइड किया है।
सूचना पर माता-पिता दिल्ली से रविवार को झांसी पहुंच गए। मां का कहना है- मेरी बेटी के अंदर आत्मा घुस गई थी। 4 दिन पहले वह अजीब हरकतें कर रही थी। जब तांत्रिक को बुलवाकर झाड़-फूंक कराई। इसके बाद उसने ये कदम उठा लिया। पूरा मामला सीपरी बाजार थाना क्षेत्र के बह्मनगर का है।
मृतका सपना (16) पुत्री गोकुल प्रसाद अहिरवार बह्मनगर की रहने वाली थी। सपना की मां रामवती ने बताया- मेरी बेटी आर्य कन्या इंटर कॉलेज में 10वीं कक्षा में पढ़ती थी। एक माह पहले मैं पति के साथ कमाने के लिए दिल्ली गई थी। घर पर तीन बच्चे रहते थे। तीन दिन से बेटी सपना स्कूल नहीं जा रही थी।
शनिवार सुबह सपना से फोन पर बात हुई। तब सपना ने बताया कि आज जागने में देर हो गई। इसलिए स्कूल नहीं जा रही हूं। 10 बजे से ट्यूशन पढ़ने जाऊंगी। इसके बाद बेटा और छोटी बेटी स्कूल चले गए। घर पर बेटी सपना अकेली थी।
मां ने बताया- दोपहर में सपना और पड़ोस में रहने वाली दूर की मामी घर पर थी। तब सपना ने मामी को बहाना बनाकर भगा दिया। कमरा अंदर से बंद कर लिया और पाइप पर दुपट्टा से फंदा बनाकर झूल गई। काफी देर तक वह घर से बाहर नहीं निकली। तब मामी ने आवाज दी, लेकिन सपना ने कोई जवाब नहीं दिया।
मामी ने खिड़की से झांक कर देखा तो सपना कमरा के अंदर लटकी थी। इसके बाद मामी ने मुझे कॉल किया। आसपास के लोग जुट गए और पुलिस को सूचना दे दी।
मां ने बताया- बेटी पर भूत-प्रेत का साया था। चार दिन पहले वह जमीन पर लौटने लगी थी। अजीब हरकतें करने लगी थी। तब तांत्रिक को बुलाया था। बेटी पर किसी आत्मा का साया था। उसकी वजह से बेटी ने सुसाइड किया है।