अडानी के घोटालों को लेकर हरियाणा कांग्रेस सड़को पर उतरी , पुलिस से भिड़ी , उदयभान समेत 2 सांसद हिरासत में
हरियाणा कांग्रेस हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडानी के घोटालों को लेकर सड़कों पर उतर आई। घोटालों की जांच के लिए जेपीसी गठित नहीं किए जाने के विरोध में कांग्रेस नेता सेबी प्रमुख को हटाने की मांग की। इस प्रदर्शन का नेतृत्व पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने किया। कांग्रेस नेताओं ने चंडीगढ़ में हरियाणा कांग्रेस मुख्यालय से ED दफ्तर तक मार्च निकाला।
इस दौरान चंडीगढ़ पुलिस के साथ कांग्रेसी नेताओं की तीखी झड़प हो गई। पुलिस ने विरोध कर रहे हरियाणा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान और अंबाला से सांसद वरुण मुलाना, हिसार सांसद जयप्रकाश जेपी को हिरासत में ले लिया। इसके बाद चंडीगढ़ पुलिस उन्हें सेक्टर-3 थाने लेकर गई है।
इस प्रोटेस्ट को लेकर हरियाणा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान की ओर से 2 दिन पहले ही लेटर जारी किया गया था। इस लेटर में प्रदेश के सभी बड़े नेताओं को शामिल होने के लिए चंडीगढ़ बुलाया गया था।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और विपक्ष के नेता राहुल गांधी की अध्यक्षता में 13 अगस्त को ऑल इंडिया कांग्रेस (AICC) मुख्यालय में एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई थी। जिसमे अन्य मुद्दों के अतिरिक्त अडानी महाघोटाले पर भी खुलकर चर्चा हुई। बैठक में I.N.D.I.A गठबंधन द्वारा बार बार मांग किए जाने के बावजूद केंद्र सरकार द्वारा हिंडनबर्ग रिपोर्ट द्वारा उजागर इस महाघोटाले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति ( JPC ) का गठन न किए जाने के लिए घोर निंदा की गई। इस घोटाले की चल रही लीपापोती का कड़ा विरोध किया गया।
इस दौरान चंडीगढ़ पुलिस के साथ कांग्रेसी नेताओं की तीखी झड़प हो गई। पुलिस ने विरोध कर रहे हरियाणा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान और अंबाला से सांसद वरुण मुलाना, हिसार सांसद जयप्रकाश जेपी को हिरासत में ले लिया। इसके बाद चंडीगढ़ पुलिस उन्हें सेक्टर-3 थाने लेकर गई है।
इस प्रोटेस्ट को लेकर हरियाणा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान की ओर से 2 दिन पहले ही लेटर जारी किया गया था। इस लेटर में प्रदेश के सभी बड़े नेताओं को शामिल होने के लिए चंडीगढ़ बुलाया गया था।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और विपक्ष के नेता राहुल गांधी की अध्यक्षता में 13 अगस्त को ऑल इंडिया कांग्रेस (AICC) मुख्यालय में एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई थी। जिसमे अन्य मुद्दों के अतिरिक्त अडानी महाघोटाले पर भी खुलकर चर्चा हुई। बैठक में I.N.D.I.A गठबंधन द्वारा बार बार मांग किए जाने के बावजूद केंद्र सरकार द्वारा हिंडनबर्ग रिपोर्ट द्वारा उजागर इस महाघोटाले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति ( JPC ) का गठन न किए जाने के लिए घोर निंदा की गई। इस घोटाले की चल रही लीपापोती का कड़ा विरोध किया गया।