कानपूर : बाढ़ में डूबे 2 हजार घर , 10 हजार लोगो ने किया पलायन
कानपुर में गंगा और पांडु दोनों नदियो का पानी उफान पर हैं। नदियों में पानी चढ़ने से करीब 2 हजार घर बाढ़ की बह गए। यहां रहने वाले 10 हजार लोग शिफ्ट होकर हो चुके हैं। तिरपाल के नीचे रहने को मजबूर हैं।
कानपुर के वरुण विहार, बर्रा-8 कच्ची बस्ती, मेहरबान सिंह का पुरवा समेत कई इलाकों में बाढ़ का पानी पहुंच चुका है। बाढ़ की चपेट में आकर कच्चे मकान ढह गए। पानी के बीच लोग किन हालात में रह रहे है।
पूर्व प्रधान अशोक निषाद ने बताया कि पानी तेजी से गंगा की तरफ से आने वाले रास्तों में बढ़ रहा है। कहीं-कहीं करीब 3- 4 फीट तक पानी रास्ते मे भर गया। पहली बार इतनी तेजी से जलस्तर बढ़ा है कि एक ही दिन में गांव के सब्जी के खेतों और रास्ते मे पानी भरने के बाद चंदीपुरवा के घरों तक पहुंच गया। ट्रीटमेंट प्लांट से दयाल फार्म हाउस जाने वाले रास्ते पर सबसे ज्यादा पानी भर गया है। अगर इसी तरह जलस्तर बढ़ा तो सुबह तक दुर्गापुरवा, गिल्लीपुरवा, मक्कापुरवा, लक्ष्मणपुरवा गांवों में बाढ़ का पानी पहुंच सकता है।
कानपुर के वरुण विहार, बर्रा-8 कच्ची बस्ती, मेहरबान सिंह का पुरवा समेत कई इलाकों में बाढ़ का पानी पहुंच चुका है। बाढ़ की चपेट में आकर कच्चे मकान ढह गए। पानी के बीच लोग किन हालात में रह रहे है।
पूर्व प्रधान अशोक निषाद ने बताया कि पानी तेजी से गंगा की तरफ से आने वाले रास्तों में बढ़ रहा है। कहीं-कहीं करीब 3- 4 फीट तक पानी रास्ते मे भर गया। पहली बार इतनी तेजी से जलस्तर बढ़ा है कि एक ही दिन में गांव के सब्जी के खेतों और रास्ते मे पानी भरने के बाद चंदीपुरवा के घरों तक पहुंच गया। ट्रीटमेंट प्लांट से दयाल फार्म हाउस जाने वाले रास्ते पर सबसे ज्यादा पानी भर गया है। अगर इसी तरह जलस्तर बढ़ा तो सुबह तक दुर्गापुरवा, गिल्लीपुरवा, मक्कापुरवा, लक्ष्मणपुरवा गांवों में बाढ़ का पानी पहुंच सकता है।