हाथरस कांड : सत्संग के दौरान हुआ हादसा , हादसे के बाद भोले बाबा हुए गायब , 121 लोगो की मौत का जिम्मेदार कौन ?

उत्तर प्रदेश के हाथरस में स्वयंभू संत भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि के सत्संग में मची भगदड़ में अब तक 121 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। इस हादसे की गूंज पूरे देश में है। पीएम मोदी, सीएम योगी समेत तमाम नेताओं ने इस घटना पर शोक जाहिर किया है। हालांकि, सत्संग का आयोजन करवाने वाले नारायण साकार हरि का इस घटना पर कोई भी बयान सामने नहीं आया है। घटना के बाद से बाबा गायब है।
ये हादसा हाथरस जिसे के 47 किलोमीटर दूर फुलराई गांव में हुआ। फुलराई गांव में भोले बाबा के सत्संग का कार्यक्रम चल रहा था, जैसे ही सत्संग खत्म हुआ लोगों ने भागना शुरू दिया जिसेसे भगदड़ मच गई और ये हादसा हो गया। हाथरस में मंगलवार दोपहर मची चीख पुकार और परिजनों की तलाश देर रात तक खत्म नहीं हुई थी। मौके पर प्रशासनिक अमला तैनात था और कई बड़े अफसर जिले में मौजूद थे।
जानकारी के मुताबिक, भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि हाथरस से सीधे मैनपुरी के रामकुटीर आश्रम पहुंच गया है। जानकारी के मुताबिक, इस आश्रम के बाहर प्राइवेट सुरक्षाकर्मी लगाए गए हैं।
स्वयंभू संत भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि बाबा खुद को लेकर भक्तों के सामने कई दावे करते हैं। वैसे बाबा कासगंज के पटियाली गांव के रहने वाले हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस में 18 साल की नौकरी के बाद उसने वीआरएस ले लिया था। बाबा का दावा है कि वीआरएस के बाद उन्हें भगवान के साक्षात दर्शन हुए थे। यही नहीं उत्तर प्रदेश पुलिस में हेड कांस्टेबल की नौकरी के दौरान 28 साल पहले बाबा इटावा में भी पोस्टेड रहा है