दीपेन्द्र हुड्डा ने दिया बड़ा बयान, रोहतक में मेयर प्रत्याशी का प्रचार करने पहुंचे थे हुड्डा

सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने निकाय चुनाव के लिए रोहतक से मेयर प्रत्याशी सूरजमल किलोई एवं पार्षद प्रत्याशियों के समर्थन में प्रचार किया और वोट अपील की। इस दौरान उन्होंने वार्ड नंबर 5, वार्ड नंबर 2 में चुनावी जनसभाओं को संबोधित किया। सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि रोहतक को मजबूर नहीं मजबूत मेयर चाहिए। पिछले 10 साल में बीजेपी सरकार ने रोहतक में विकास के काम पर कभी फोकस नहीं किया। जहां कहीँ से विकास के लिए बजट आया उसे लूटकर खा गए और कोई जांच तक नहीं हुई। घोटाले पर घोटाले हुए लेकिन कोई जांच नहीं हुई क्योंकि ऊपर की दोनों सरकारें बीजेपी की ही थी। खुद भाजपा सांसद ने खुलासा किया था कि रोहतक में अमृत योजना में 300 करोड़ का घोटाला हुआ। शहर की सीवरेज सफाई के लिये आये पैसों से सफाई तो हुई नहीं लेकिन 300 करोड़ साफ हो गये। इस अवसर पर विधायक भारत भूषण बतरा, विधायक शकुंतला खटक, चक्रवर्ती शर्मा प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस की हुड्डा सरकार के समय रोहतक महानगर की तरह विकास के नक्शे पर उभरा लेकिन पिछले 10 साल में विकास की पटरी से उतर गया। कोई नया विकास का काम नहीं हुआ। भाजपा का अहंकार सातवें आसमान पर पहुंच चुका है। निकाय चुनाव में जनता भाजपा के अहंकार और भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने का काम करेगी। आज रोहतक दुर्दशा का शिकार है। रोहतक में सड़कें और सीवरेज व्यवस्था खस्ता हाल है। नई सड़कें बनाना तो दूर, यह सरकार उन पर पैच वर्क तक नहीं करवा पा रही। भाजपा लोगों को पीने लायक पानी तक मुहैया करवाने में नाकाम साबित हुई है। लोग मूलभूत सुविधाओं तक को तरस गए हैं।
दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि लोगों ने पिछले 10 वर्षों का भाजपा राज देखा है। बीजेपी राज में लोगों की कोई सुनवाई नहीं हुई। ट्रिपल इंजन सरकार जनता के काम नहीं आ सकी। यही कारण है कि लोकसभा चुनाव में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा। यदि भाजपा ने अच्छे काम किये होते तो लोकसभा चुनाव में हार का सामना नहीं करना पड़ता। रोहतक की जनता ने रिकार्ड मतों के अंतर से उन्हें चुनाव जिताकर भेजा। विधानसभा में भाजपा ने साम-दाम-दंड-भेद का प्रयोग करके मात्र आधे प्रतिशत वोटों के अंतर से कुछ अधिक सीटें जीतकर सरकार बनाई। लेकिन प्रजातंत्र में विपक्ष की भूमिका महत्वपूर्ण होती है और हम पूरी ताकत से लोगों के हितों की लड़ाई लड़ेंगे।