'डीप नेक वाले कपड़े पहना करो ताकि ब्यूटी बोन दिखे...', कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज का मामला

मेडिकल कॉलेज की गर्ल्स स्टूडेंट्स की शिकायत पर विधायकों की कमेटी ने इसमें संज्ञान लिया है. आरोपी टीचर को 3 हफ्ते की छुट्टी पर भेज दिया है. वहीं, 15 दिन के भीतर कॉलेज प्रबंधन की कमेटी मामले की जांच करेगी और इस मामले पर रिपोर्ट जमा करेगी. आरोपी बिना किसी काम के छात्रों को लंबे समय तक ऑपरेशन थिएटर में बैठाकर रखता था.
Haryana News: करनाल के कल्पना चावला गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज (KCGMC) में पढ़ने वाली पैरामेडिकल की छात्राओं ने ऑपरेशन थिएटर मास्टर ट्रेनर पवन कुमार पर यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं. कॉलेज का जायजा लेने पहुंची हरियाणा विधानसभा समिति के सदस्यों के सामने उन्होंने इस मुद्दे को उठाकर बखेड़ा कर कर दिया. इससे पहले छात्राएं मुख्यमंत्री को 7 पेज की शिकायत भेज चुकी हैं.
इस मामले में केसीजीएमसी की ओर से गठित आंतरिक शिकायत समिति (आईसीसी) पहले से ही जांच कर रही है. दरअसल, कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में शनिवार को 11 सदस्यों की कमेटी निरीक्षण के लिए पहुंची हुई थी. इस दौरान कमेटी की अध्यक्ष और बड़खल विधायक सीमा त्रिखा, असंध विधायक शमशेर सिंह, कलावली विधायक शिशपाल सिंह और बड़ौदा विधायक इंदु राज नरवाल के अलावा अन्य लोग कॉलेज के एनाटॉमी विभाग पहुंचे, जहां पीड़ित छात्राओं ने अपना आपा खो दिया और सख्त दोषी के खिलाफ जल्द सख्त कार्रवाई की मांग की. पीड़िता ने कमेटी को सात पेज की शिकायत दर्ज कराते हुए बताया कि आरोपी ओटी मास्टर ट्रेनर पवन कुमार काफी समय से मानसिक और यौन उत्पीड़न कर रहा था.
BSc OT की छात्राओं ने शिकायत में कहा है, "आरोपी हमें गंदे मैसेज भेज रहा था और जवाब न देने पर प्रताड़ित कर रहा था. वह लड़कियों को डीप नेक वाले के कपड़े पहनने के लिए कहता था ताकि उनकी ब्यूटी बोन दिखाई दे. आरोपी ट्रेनर पवन कुमार ने शिकायत के अनुसार छात्राओं को ऑपरेशन थियेटर में घंटों बिना काम के बैठाया करता था. सीएमओ, आईसीसी और विधानसभा समिति को दी गई शिकायतों में यह भी कहा गया है कि आरोपियों ने कथित तौर पर उन्हें पीजीआई चंडीगढ़ में नौकरी दिलाने का वादा किया और साथ ही बात मानने पर क्लास रिप्रेजेंटेटिव (CR) बनाकर लुभाने की भी कोशिश की.
लड़कियों ने विधान सभा समिति को बताया कि जब वे उनके मैसेज का जवाब नहीं देतीं तो आरोपी उन्हें कई तरह से परेशान करता था. यही नहीं, आरोपी ट्रेनर छात्राओं से 22 जनवरी से 26 जनवरी के बीच 6 दिवसीय वृंदावन दौरे पर साथ जाने का आग्रह भी कर रहा था, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया. पीड़िताओं के मुताबिक, "ट्रेनर हमें यह कहकर भावनात्मक रूप से ब्लैकमेल करने की कोशिश करता था कि वह कॉलेज में हमारा एकमात्र शुभचिंतक है और कहता था कि हमारे माता-पिता भी तुम्हारा भला चाहते.'' इस मामले के सामने आते ही केसीजीएमसी अधिकारियों ने पैनल की सलाह पर काम करते हुए आरोपी ओटी ट्रेनर पवन कुमार को एक महीने की छुट्टी पर भेज दिया है. साथ ही उसके कॉलेज परिसर में प्रवेश करने और शिकायतकर्ताओं से संपर्क करने पर रोक लगा दी गई है.