कुवैत fire : आग हादसे 45 भारतीयों की हुई मौत , विशेष विमान से भारत लाए गए मृत शव

कुवैत की एक इमारत में बुधवार को लगी आग ने 45 भारतीयों की मौत हो गई ।आग इतनी भीषण थी कि धुएं के गुबार में जान बचाने के लिए कोई उपाय न दिखने पर कई लोगों ने मजबूरी में इमारत से छलांग लगा दी थी। अब हादसे में मारे गए भारतीयों के पार्थिव शरीर को लेकर भारतीय वायुसेना का एक विशेष विमान शुक्रवार सुबह कोच्चि पहुंच गया है। साथ में राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह भी मौजूद हैं। मृतकों के शवों को अंतिम संस्कार के लिए भारत वापस लाया गया है।
कई घरों के चिरागों को आग ने ले लिया। परिवार के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है। इंजीनियर, ड्राइवर, सुपरवाइजर और अन्य क्षेत्रों में काम करने वाले पीड़ित अपने घरों का खर्चा चला रहे थे। हादसे में जान गंवाने वाले ज्यादातर केरल (23) से हैं। इसके बाद तमिलनाडु से सात, आंध्र प्रदेश में तीन, उत्तर प्रदेश, झारखंड और ओडिशा से दो-दो और बंगाल, बिहार, पंजाब, कर्नाटक, महाराष्ट्र और हरियाणा से एक-एक हैं, जिनकी मौत हुई है।
ज्यादातर पीड़ित कुवैत की एक कंपनी एनबीटीसी (NBTC) के लिए काम करते थे, जो देश की सबसे बड़ी निर्माण कंपनी है। जिस इमारत में आग लगी वह भी एनबीटीसी की थी। वहीं, कुछ पीड़ित हाल ही में काम के लिए कुवैत गए थे, उन्हें क्या पता था कि वह अब कभी भारत को नहीं देख पाएंगे। जबकि कई ऐसे थे जो दशकों से यहां रह रहे थे।
वायुसेना का सुपर हरक्युलिस विमान कुवैत से 45 शवों को लेकर शुक्रवार को भारत आ चुका है। विमान केरल के कोच्चि में उतरा है, क्योंकि ज्यादातर मृतक वहीं के थे। इसके बाद विमान दिल्ली आएगा। यहां से शव संबंधित राज्यों में भेजे जाएंगे।
कई घरों के चिरागों को आग ने ले लिया। परिवार के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है। इंजीनियर, ड्राइवर, सुपरवाइजर और अन्य क्षेत्रों में काम करने वाले पीड़ित अपने घरों का खर्चा चला रहे थे। हादसे में जान गंवाने वाले ज्यादातर केरल (23) से हैं। इसके बाद तमिलनाडु से सात, आंध्र प्रदेश में तीन, उत्तर प्रदेश, झारखंड और ओडिशा से दो-दो और बंगाल, बिहार, पंजाब, कर्नाटक, महाराष्ट्र और हरियाणा से एक-एक हैं, जिनकी मौत हुई है।
ज्यादातर पीड़ित कुवैत की एक कंपनी एनबीटीसी (NBTC) के लिए काम करते थे, जो देश की सबसे बड़ी निर्माण कंपनी है। जिस इमारत में आग लगी वह भी एनबीटीसी की थी। वहीं, कुछ पीड़ित हाल ही में काम के लिए कुवैत गए थे, उन्हें क्या पता था कि वह अब कभी भारत को नहीं देख पाएंगे। जबकि कई ऐसे थे जो दशकों से यहां रह रहे थे।
वायुसेना का सुपर हरक्युलिस विमान कुवैत से 45 शवों को लेकर शुक्रवार को भारत आ चुका है। विमान केरल के कोच्चि में उतरा है, क्योंकि ज्यादातर मृतक वहीं के थे। इसके बाद विमान दिल्ली आएगा। यहां से शव संबंधित राज्यों में भेजे जाएंगे।