ओम बिरला बने दूसरी बार लोकसभा स्पीकर , राहुल गाँधी ने दी बधाई

ओम बिरला 18वीं लोकसभा अध्यक्ष बन गए हैं।18वीं लोकसभा के पहले सत्र के तीसरे दिन (26 जून) को बिरला को लोकसभा सभापति (स्पीकर) चुना गया। इसी के साथ ही ओम बिरला लगातार दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष बन गए। पीएम मोदी ने बिरला को बधाई देते हुए कहा कि सदन का सौभाग्य है कि आप दूसरी बार इस आसन पर विराजमान हो रहे हैं। आपको और इस पूरे सदन को मेरी तरफ से मैं बहुत-बहुत बधाई देता हूं। एक सांसद के रूप में आपकी कार्यशैली सभी सांसदों के लिए सीखने योग्य है। वहीं राहुल गांधी ने पिछले कार्यकाल में अपने स्सपेंड होने की याद दिलाते हुए विपक्ष की आवाज उठाने देने की बात कही। वहीं अखिलेश यादव ने स्पीकर चुने जाने पर ओम बिरला को बधाई देते हुए इस बार विपक्षी सांसदों के निष्कासन नहीं होने देने की बात कही।
पीएम ने कहा कि-ओम बिरला के नेतृत्व में ही हमने पुरानी से नई संसद में एंट्री ली। संसद के डिजिटिलाइजेशन में भी उनकी भूमिका रही। जी20 देशों के पीठासीन अधिकारियों का सम्मेलन आपके नेतृत्व में हुआ। यह देश के लिए बड़ी उपलब्धि है।
राहुल गांधी ने कहा कि विपक्ष ,सरकार के साथ सहयोग करना चाहता है। सरकार के पास पॉलिटिकल पावर ज्यादा है लेकिन विपक्ष भी भारत का प्रतिनिधित्व करता है। हमें भरोसा है कि आप हमारी आवाज हमें उठाने देंगे। नविपक्ष की आवाज दबाना अलोकतांत्रिक है. विपक्ष आपकी पूरी मदद करेगा।
अखिलेश यादव ने ओम बिरला को बधाई देते हुए कहा कि निष्पक्षता इस महान पद की महान जिम्मेदारी है। लोकसभा स्पीकर के रूप में आप सबको बराबर मौका देंगे। आपका अंकुश विपक्ष पर तो रहता ही है, आपका अंकुश सत्तापक्ष पर भी रहे। आपके इशारे पर सदन चले, इसका उल्टा न हो. किसी भी जनप्रतिनिधि का निष्कासन जैसा न हो. किसी भी जनप्रतिनिधि की आवाज नहीं दबाई जानी चाहिए। आपकी कुर्सी लोकतंत्र के मुख्य न्यायाधीश की तरह है।
पीएम ने कहा कि-ओम बिरला के नेतृत्व में ही हमने पुरानी से नई संसद में एंट्री ली। संसद के डिजिटिलाइजेशन में भी उनकी भूमिका रही। जी20 देशों के पीठासीन अधिकारियों का सम्मेलन आपके नेतृत्व में हुआ। यह देश के लिए बड़ी उपलब्धि है।
राहुल गांधी ने कहा कि विपक्ष ,सरकार के साथ सहयोग करना चाहता है। सरकार के पास पॉलिटिकल पावर ज्यादा है लेकिन विपक्ष भी भारत का प्रतिनिधित्व करता है। हमें भरोसा है कि आप हमारी आवाज हमें उठाने देंगे। नविपक्ष की आवाज दबाना अलोकतांत्रिक है. विपक्ष आपकी पूरी मदद करेगा।
अखिलेश यादव ने ओम बिरला को बधाई देते हुए कहा कि निष्पक्षता इस महान पद की महान जिम्मेदारी है। लोकसभा स्पीकर के रूप में आप सबको बराबर मौका देंगे। आपका अंकुश विपक्ष पर तो रहता ही है, आपका अंकुश सत्तापक्ष पर भी रहे। आपके इशारे पर सदन चले, इसका उल्टा न हो. किसी भी जनप्रतिनिधि का निष्कासन जैसा न हो. किसी भी जनप्रतिनिधि की आवाज नहीं दबाई जानी चाहिए। आपकी कुर्सी लोकतंत्र के मुख्य न्यायाधीश की तरह है।