हिसार : दहेज के लालच में विवाहिता को दिया जहर , हुई मौत
हरियाणा के हिसार जिले के नारनौंद के उप मंडल के गांव पुट्टी में एक विवाहिता को जहर देने के मामले में पति सहित ससुराल पक्ष के पांच लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। विवाहिता की शुक्रवार को हिसार के निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। शनिवार को शव का हिसार के नागरिक अस्पताल में पोस्टमॉर्टम करवा कर शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा।
भिवानी जिले के गांव बागन वाला निवासी उमेद सिंह ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि वह खेती बाड़ी का काम करता है। मेरे तीन बच्चे हैं, जिनमें सबसे बड़ा बेटा अमित, उससे छोटी बेटी 26 वर्षीय मंजू और उससे छोटा पवन कुमार है। मेरी बेटी मंजू की शादी 27 नवंबर 2023 को गांव पुठी निवासी मंदीप के साथ हुई थी। शादी के कुछ दिन बाद मेरी बेटी मंजू को दहेज के लिए तंग करने लगे और 2 लाख व गाड़ी की डिमांड करने लगे।
उन्होंने मेरी बेटी को मेरे पास भेज दिया और फिर कुछ दिन बाद पंचायत हुई। पंचायत में उसके ससुराल वालों ने माफी मांगी और फिर मैने मेरी बेटी को मंदीप के साथ पुठी भेज दिया। लेकिन आरोपी उसको दोबारा तंग करने लगे और दहेज में 2 लाख व की नगदी में कार की मांग करने लगे, लेकिन मंजू की ससुराल पक्ष के लोग उसको तंग करने से बाज नहीं आ रहे थे। मेरी बेटी मंजू ने मेरे को बताया कि मेरे साथ मंदीप बातचीत नही करता।
6 सितंबर को सुबह करीब 8 बजे उनके पास पुठी गांव से फोन आया कि मंजू की जान खतरे में है। यह पता चलते ही वे पुठी के लिए निकल गए। रास्ते में उनको पता लगा कि मंजू को हिसार के एक निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। वो हिसार के निजी अस्पताल में पहुंचे, जहां मंजू आईसीयू में भर्ती थी।
मंजू ने उनको बताया था कि उसको जहर दिया गया है और उसकी छाती में बहुत ज्यादा दर्द हो रहा है। उसके बाद मंजू बेहोश हो गई। इसके करीब आधा घंटे बाद मंजू की मौत हो गई। बास थाना पुलिस ने मंजू के पिता उमेद सिंह की शिकायत पर मंजू के पति मंदीप, ससुर बलवान, सास कांता, ननद मनीषा व मीनू के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 80(2), 123, 3(5) के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
भिवानी जिले के गांव बागन वाला निवासी उमेद सिंह ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि वह खेती बाड़ी का काम करता है। मेरे तीन बच्चे हैं, जिनमें सबसे बड़ा बेटा अमित, उससे छोटी बेटी 26 वर्षीय मंजू और उससे छोटा पवन कुमार है। मेरी बेटी मंजू की शादी 27 नवंबर 2023 को गांव पुठी निवासी मंदीप के साथ हुई थी। शादी के कुछ दिन बाद मेरी बेटी मंजू को दहेज के लिए तंग करने लगे और 2 लाख व गाड़ी की डिमांड करने लगे।
उन्होंने मेरी बेटी को मेरे पास भेज दिया और फिर कुछ दिन बाद पंचायत हुई। पंचायत में उसके ससुराल वालों ने माफी मांगी और फिर मैने मेरी बेटी को मंदीप के साथ पुठी भेज दिया। लेकिन आरोपी उसको दोबारा तंग करने लगे और दहेज में 2 लाख व की नगदी में कार की मांग करने लगे, लेकिन मंजू की ससुराल पक्ष के लोग उसको तंग करने से बाज नहीं आ रहे थे। मेरी बेटी मंजू ने मेरे को बताया कि मेरे साथ मंदीप बातचीत नही करता।
6 सितंबर को सुबह करीब 8 बजे उनके पास पुठी गांव से फोन आया कि मंजू की जान खतरे में है। यह पता चलते ही वे पुठी के लिए निकल गए। रास्ते में उनको पता लगा कि मंजू को हिसार के एक निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। वो हिसार के निजी अस्पताल में पहुंचे, जहां मंजू आईसीयू में भर्ती थी।
मंजू ने उनको बताया था कि उसको जहर दिया गया है और उसकी छाती में बहुत ज्यादा दर्द हो रहा है। उसके बाद मंजू बेहोश हो गई। इसके करीब आधा घंटे बाद मंजू की मौत हो गई। बास थाना पुलिस ने मंजू के पिता उमेद सिंह की शिकायत पर मंजू के पति मंदीप, ससुर बलवान, सास कांता, ननद मनीषा व मीनू के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 80(2), 123, 3(5) के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।