कोलकाता: ममता बनर्जी के खिलाफ छात्रों का "नबन्ना अभियान", सीएम के इस्तीफे की माँग
K9Media
मंगलवार को कोलकाता की सड़कें अधोभूमि में तब्दील हो गईं क्योंकि नबन्ना रैली के दौरान पश्चिम बंगाल पुलिस और प्रदर्शनकारी छात्रों के बीच झड़प हो गई। हावड़ा ब्रिज से प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस द्वारा पानी की बौछार और आंसू गैस का इस्तेमाल करने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। यह घटना आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में बलात्कार और हत्या मामले के संबंध में नबन्ना अभियान मार्च के दौरान हुई। कोलकाता की सड़कों पर अराजकता फैल गई क्योंकि पुलिस ने बलात्कार-हत्या मामले को लेकर राज्य सचिवालय तक एक विरोध मार्च कर रहे मेडिकल के छात्रों को रोक दिया।
पुलिस ने किया आँसू गैस एवं पानी का उपयोग
पुलिस ने मंहावड़ा ब्रिज के पास और कोना एक्सप्रेसवे पर संतरागाछी रेलवे स्टेशन के पास प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए आंसू गैस,लाठीचार्ज और पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया क्योंकि विरोध मार्च के लिए कोई अनुमति नहीं दी गई थी और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने रैली के दौरान अशांति फैलाने वाली हिंसा पैदा करने की साजिश का आरोप लगाया है| विरोध मार्च से पहले सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे क्योंकि कम से कम 25 आईपीएस अधिकारी कोलकाता पुलिस अधिकार क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी कर रहे हैं और हावड़ा में 30 से अधिक आईपीएस अधिकारी सुरक्षा बलों का नेतृत्व कर रहे हैं ताकि मंगलवार को निर्धारित 'नबन्ना अभियान' रैलियों को राज्य सचिवालय के करीब पहुंचने से रोका जा सके।
रैली का उद्देश्य
छात्र संगठन 'पश्चिम बंग छात्र समाज' और राज्य सरकार के असंतुष्ट कर्मचारियों के मंच 'संग्राम जोथा मंच' ने मंगलवार दोपहर को अपनी 'नबन्ना अभियान' रैली आयोजित की है, जबकि प्रशासन ने इस आयोजन को "अवैध और अनधिकृत" घोषित कर दिया| रैली का उद्देश्य पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे और आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक डॉक्टर के कथित बलात्कार-हत्या में शामिल लोगों की गिरफ्तारी की मांग करना है।
दोनों पक्षों के बीच झड़प की स्थिति में कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने की गंभीर आशंकाओं के बीच दो बड़ी रैलियां मध्य कोलकाता के कॉलेज स्क्वायर से और दूसरी हावड़ा में संतरागाछी से शुरू हुई। हावड़ा में 2,000 से अधिक पुलिस कर्मी नबन्ना के विभिन्न संपर्क बिंदुओं पर तैनात किए गए, जिनका नेतृत्व चार एडीजी, 13 डीआईजी और 15 एसपी रैंक के अधिकारी कर रहे हैं| विरोध को रोकने क लिए वाटर कैनन के चार ट्रक भी तैनात किए गए हैं। कोलकाता और हावड़ा दोनों छोरों पर यातायात की आवाजाही आज सुबह से पुलिस द्वारा गंभीर रूप से प्रतिबंधित कर दी गई है।
प्रदर्शनकारियों ने फेंके पत्थर, कई पुलिस अधिकारी हुए चोटिल
संतरागाछी में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर ईंट-पत्थर फेंके जिसमें कई अधिकारियों को चोट आईं, वहीं प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि पुलिस की कार्रवाई में भी कई छात्र घायल हो गए। पुलिस ने कहा कि जब कुछ जगहों पर आंदोलनकारियों ने अवरोधकों को पार करने का प्रयास किया और सुरक्षा कर्मियों पर हमला किया तो पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसूगैस के गोले छोड़े।