सिरसा : बेटे ने की अपने ही माता पिता की हत्या; परिजनों ने छीना था मोबाइल
सिरसा के डबवाली के गांव गिदड़खेड़ा में दंपती की हत्या के मामले को पुलिस ने सुलझा लिया है। दंपती के बेटे ने ही इस वारदात को अंजाम दिया था। दंपती के बेटे का कॉलेज में एक युवती के साथ प्रेम-प्रसंग चल रहा था। कॉलेज प्रशासन को इसका पता चला तो उन्होंने परिजनों को इस बारे में बता दिया था। जिस पर युवक को उसके परिजनों ने डांट दिया था और उसका मोबाइल फोन भी छीन लिया था। इसी तैश में आकर युवक ने अपने माता-पिता की निर्मम हत्या कर दी।
25 सितंबर की अलसुबह गांव गिदड़खेड़ा निवासी 40 वर्षीय जसवंत सिंह व उसकी पत्नी 35 वर्षीय मलकीत कौर की हत्या करके उनके शव जला दिए थे। इस दौरान उनका बेटा हरपाल भी घर में मौजूद था। सुबह करीब चार बजे वह भागता हुआ अपने ताऊ के घर पहुंचा और बताया कि उनके घर में दो लोग घुसे हैं। इनमें से एक ने उसका पीछा करने का भी प्रयास किया। इस पर उसका ताऊ रामसिंह व ताऊ का बेटा उनके घर गए तो यहां पर दंपती के 90 फीसदी जली हुई अवस्था में शव पड़े थे। इसके बाद पुलिस को मामले की सूचना दी गई। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में लेकर सिरसा के नागरिक अस्पताल में तीन चिकित्सकों के पैनल से उनका पोस्टमार्टम करवाया था।
आरोपी ने घटना को रात को करीब 2 बजे अंजाम दिया था। उसने इसे लूटपाट के बाद हत्या का मामला बनाने के लिए घर की अलमारियों को खोलकर सामान बिखेर दिया। पुलिस ने जब जांच की तो घर में कोई सामान गायब नहीं था। पुलिस के अनुसार घर में लूट का कोई सुराग नहीं लगा। मौके पर सीन ऑफ क्राइम की टीम ने भी निरीक्षण किया था, जिससे हरपाल पर वारदात को अंजाम देने का शक था। मामले को सुलझाने के लिए डबवाली की एसपी ने पुलिस की पांच टीमों का गठन किया था।
डबवाली के थाना प्रभारी ब्रह्मप्रकाश व सीआईए पुलिस के प्रभारी राजपाल ने बताया कि आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह बीए प्रथम वर्ष में डबवाली के कॉलेज में पढ़ता है। उसका स्कूल के समय से ही करीब एक साल से एक लड़की से प्रेम प्रसंग चल रहा था। बाद में वह कॉलेज में आए तो लड़की के परिजनों को इसकी जानकारी हो गई। उन्होंने इसकी शिकायत कॉलेज प्रशासन से कर दी और कॉलेज प्रशासन ने आरोपी के पिता को बुलाकर इसकी जानकारी दी।
जिस पर आरोपी के माता-पिता ने उसका मोबाइल ले लिया और उसे डांट था। इसी बात को लेकर तैश में आकर आरोपी हरपाल ने रात को अपने माता-पिता को लस्सी में नींद की गोलियां डालकर पिला दी और रात के करीब एक बजे आरोपी ने घर में रखी लोहे की सब्बल से पहले अपनी मां के सिर पर लोहे की सब्बल से 10-15 वार किए फिर अपने पिता के सिर पर लोहे की सब्बल से वार किए। इसके बाद घर में रखे कपड़ों को उनके ऊपर डालकर आग लगा दी ताकि किसी को पता न चल सके। पुलिस ने आरोपी को अदालत में पेश किया जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
25 सितंबर की अलसुबह गांव गिदड़खेड़ा निवासी 40 वर्षीय जसवंत सिंह व उसकी पत्नी 35 वर्षीय मलकीत कौर की हत्या करके उनके शव जला दिए थे। इस दौरान उनका बेटा हरपाल भी घर में मौजूद था। सुबह करीब चार बजे वह भागता हुआ अपने ताऊ के घर पहुंचा और बताया कि उनके घर में दो लोग घुसे हैं। इनमें से एक ने उसका पीछा करने का भी प्रयास किया। इस पर उसका ताऊ रामसिंह व ताऊ का बेटा उनके घर गए तो यहां पर दंपती के 90 फीसदी जली हुई अवस्था में शव पड़े थे। इसके बाद पुलिस को मामले की सूचना दी गई। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में लेकर सिरसा के नागरिक अस्पताल में तीन चिकित्सकों के पैनल से उनका पोस्टमार्टम करवाया था।
आरोपी ने घटना को रात को करीब 2 बजे अंजाम दिया था। उसने इसे लूटपाट के बाद हत्या का मामला बनाने के लिए घर की अलमारियों को खोलकर सामान बिखेर दिया। पुलिस ने जब जांच की तो घर में कोई सामान गायब नहीं था। पुलिस के अनुसार घर में लूट का कोई सुराग नहीं लगा। मौके पर सीन ऑफ क्राइम की टीम ने भी निरीक्षण किया था, जिससे हरपाल पर वारदात को अंजाम देने का शक था। मामले को सुलझाने के लिए डबवाली की एसपी ने पुलिस की पांच टीमों का गठन किया था।
डबवाली के थाना प्रभारी ब्रह्मप्रकाश व सीआईए पुलिस के प्रभारी राजपाल ने बताया कि आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह बीए प्रथम वर्ष में डबवाली के कॉलेज में पढ़ता है। उसका स्कूल के समय से ही करीब एक साल से एक लड़की से प्रेम प्रसंग चल रहा था। बाद में वह कॉलेज में आए तो लड़की के परिजनों को इसकी जानकारी हो गई। उन्होंने इसकी शिकायत कॉलेज प्रशासन से कर दी और कॉलेज प्रशासन ने आरोपी के पिता को बुलाकर इसकी जानकारी दी।
जिस पर आरोपी के माता-पिता ने उसका मोबाइल ले लिया और उसे डांट था। इसी बात को लेकर तैश में आकर आरोपी हरपाल ने रात को अपने माता-पिता को लस्सी में नींद की गोलियां डालकर पिला दी और रात के करीब एक बजे आरोपी ने घर में रखी लोहे की सब्बल से पहले अपनी मां के सिर पर लोहे की सब्बल से 10-15 वार किए फिर अपने पिता के सिर पर लोहे की सब्बल से वार किए। इसके बाद घर में रखे कपड़ों को उनके ऊपर डालकर आग लगा दी ताकि किसी को पता न चल सके। पुलिस ने आरोपी को अदालत में पेश किया जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।