फरीदाबाद : 12.50 लाख की रिश्वत लेते सब-इंस्पेक्टर रंगे हाथ गिरफ्तार; 7 लाख गाडी से बरामद
हरियाणा के फरीदाबाद के साइबर थाने के सब इंस्पेक्टर को एंटी करप्शन टीम ने रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है. मामले में ट्रैप के दौरान एक सब-इंस्पेक्टर फरार हो गया. फिलहाल, आरोपी को एसीबी टीम शुक्रवार को कोर्ट में पेश करेगी.
जानकारी के अनुसार, फरीदाबाद साइबर थाना से जुड़ा यह केस है. इस मामले में सब-इंस्पेक्टर अर्जुन सिंह साइबर क्राइम से जुड़े हुए एक केस में रिश्वत मांग रहा था. इस दौरान सब इंस्पेक्टर ने साढ़े 12 लाख रुपये रिश्वत मांगी थी. गुरुवार को एसीबी की टीम ने ट्रैप लगाकर इन्हें पकड़ा. आरोपियों की गाड़ी से एसीबी की टीम ने सात लाख रुपये भी बरामद किए हैं. इस दौरान एक एसआई राम सिंह फरार हो गया.
फरीदाबाद के सेक्टर-17 साइबर थाना में सब-इंस्पेक्टर अर्जुन सिंह की तैनाती थी. साइबर फ्रॉड के एक आरोपी को जमानत करवाने की एवज में मांगी गई थी शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में बताया था कि एनआईटी थाने की पुलिस ने उसपर और उसके दोस्त विशाल पर केस दर्ज है. दोनों आरोपी जमानत पर चल रहे हैं. इस पर एसीबी ने ट्रैप लगा और आरोपियों को 12.50 लाख रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया. इस दौरान आरोपियों की गाड़ी से अतिरिक्त ₹700000 भी बरामद हुए हैं.
आरोपियों के गाड़ी से बड़ी रकम मिली है और ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि आरोपी अन्य मामलों में भी उगाही करते रहे हैं. साथ ही बड़ा सवाल यह भी है कि सरकारी नौकरी में सैलरी मिलने के बाद भी पुलिस कर्मचारियों ने अपना इमान बेच दिया. हरियाणा पुलिस की इस वजह से खासी किरकिरी हो रही है.
जानकारी के अनुसार, फरीदाबाद साइबर थाना से जुड़ा यह केस है. इस मामले में सब-इंस्पेक्टर अर्जुन सिंह साइबर क्राइम से जुड़े हुए एक केस में रिश्वत मांग रहा था. इस दौरान सब इंस्पेक्टर ने साढ़े 12 लाख रुपये रिश्वत मांगी थी. गुरुवार को एसीबी की टीम ने ट्रैप लगाकर इन्हें पकड़ा. आरोपियों की गाड़ी से एसीबी की टीम ने सात लाख रुपये भी बरामद किए हैं. इस दौरान एक एसआई राम सिंह फरार हो गया.
फरीदाबाद के सेक्टर-17 साइबर थाना में सब-इंस्पेक्टर अर्जुन सिंह की तैनाती थी. साइबर फ्रॉड के एक आरोपी को जमानत करवाने की एवज में मांगी गई थी शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में बताया था कि एनआईटी थाने की पुलिस ने उसपर और उसके दोस्त विशाल पर केस दर्ज है. दोनों आरोपी जमानत पर चल रहे हैं. इस पर एसीबी ने ट्रैप लगा और आरोपियों को 12.50 लाख रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया. इस दौरान आरोपियों की गाड़ी से अतिरिक्त ₹700000 भी बरामद हुए हैं.
आरोपियों के गाड़ी से बड़ी रकम मिली है और ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि आरोपी अन्य मामलों में भी उगाही करते रहे हैं. साथ ही बड़ा सवाल यह भी है कि सरकारी नौकरी में सैलरी मिलने के बाद भी पुलिस कर्मचारियों ने अपना इमान बेच दिया. हरियाणा पुलिस की इस वजह से खासी किरकिरी हो रही है.