रेवाड़ी : बिना मां-बाप की बच्ची को बिस्तर पर पेशाब करने की इतनी बड़ी सजा; गर्म चिमटे से जलाया प्राइवेट पार्ट
हरियाणा के रेवाड़ी की अपने मां-बाप की राजकुमारी रही सात साल की रानी इन दिनों दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही है। अब माता-पिता नहीं हैं तो रानी अपने रिश्तेदारों के पास रह रही है। इन दिनों वह अपनी बुआ के घर रह रही थी। उम्र छोटी है और सही-गलत की उतनी समझ भी नहीं है। इसी की सजा उसे ऐसी मिली कि किसी का भी दिल दहल जाए। बिस्तर में टॉइलट करने पर रानी को जमीन पर बार-बार पटका गया। उसके शरीर को गर्म चिमटों से दागा गया। बुआ और फुफेरी बहन का कहर इतने में खत्म नहीं हुआ। दोनों ने मिलकर रानी के प्राइवेट पार्ट्स पर भी गर्म चिमटा लगाया। अधमरा करने के बाद दोनों आरोपी उसे दूसरे रिश्तेदार के घर के बाहर फेंककर फरार हो गईं। कोसली पुलिस को शिकायत मिली तो केस दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया।
जानकारी के अनुसार, पिनगौर थाना सदर पलवल की सुनीता देवी ने कोसली थाने में बताया कि उनका देवर एक केस में जेल में है। इस दौरान उनकी देवरानी घर छोड़कर चली गई। देवर की सात साल की बेटी रानी और बेटा उनके पास रह रहे थे। तीन महीने पहले कोसली में रह रही ननद मंजू पिनगौर से रानी को अपने साथ कोसली ले गई। शिकायतकर्ता ने बताया कि 11 नवंबर को वह काम पर गई थीं। इस दौरान पड़ोसियों ने कॉल कर बताया कि ननद मंजू व बड़ी ननद की बेटी पूनम गाड़ी में आईं और रानी को घर के बाहर छोड़कर चली गईं।
सुनीता ने बताया कि बताया कि जब रानी से प्यार से ऐसी हालात होने का कारण पूछा तो सब सुनकर दिल दहल गया। रानी ने बिलखते हुए बताया कि उसने नींद में बिस्तर पर टॉइलट कर दिया था। इससे गुस्से में आकर बुआ मंजू व पूनम ने चिमटा गर्म कर उसे बुरी तरह जला दिया। उसे उठाकर जमीन पर पटका। सुनीता ने कहा कि उसके शरीर को देखा तो चोट व जले के निशान मिले। उसके प्राइवेट पार्ट को भी जलाया गया था। सिर में घाव के निशान थे।
आरोप है कि दोनों आरोपी रानी को मारना चाहती थीं। लोगों की मदद से रानी को सीएचसी पलवल में भर्ती कराया, जहां हालत गंभीर होने पर हायर सेंटर सफदरजंग अस्पताल दिल्ली रेफर कर दिया गया। जहां उसका इलाज चल रहा है। मेडिकल रिपोर्ट में चोट के 21 पॉइंट दिखाए गए हैं। ताई सुनीता ने मंजू व पूनम के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग है।
जानकारी के अनुसार, पिनगौर थाना सदर पलवल की सुनीता देवी ने कोसली थाने में बताया कि उनका देवर एक केस में जेल में है। इस दौरान उनकी देवरानी घर छोड़कर चली गई। देवर की सात साल की बेटी रानी और बेटा उनके पास रह रहे थे। तीन महीने पहले कोसली में रह रही ननद मंजू पिनगौर से रानी को अपने साथ कोसली ले गई। शिकायतकर्ता ने बताया कि 11 नवंबर को वह काम पर गई थीं। इस दौरान पड़ोसियों ने कॉल कर बताया कि ननद मंजू व बड़ी ननद की बेटी पूनम गाड़ी में आईं और रानी को घर के बाहर छोड़कर चली गईं।
सुनीता ने बताया कि बताया कि जब रानी से प्यार से ऐसी हालात होने का कारण पूछा तो सब सुनकर दिल दहल गया। रानी ने बिलखते हुए बताया कि उसने नींद में बिस्तर पर टॉइलट कर दिया था। इससे गुस्से में आकर बुआ मंजू व पूनम ने चिमटा गर्म कर उसे बुरी तरह जला दिया। उसे उठाकर जमीन पर पटका। सुनीता ने कहा कि उसके शरीर को देखा तो चोट व जले के निशान मिले। उसके प्राइवेट पार्ट को भी जलाया गया था। सिर में घाव के निशान थे।
आरोप है कि दोनों आरोपी रानी को मारना चाहती थीं। लोगों की मदद से रानी को सीएचसी पलवल में भर्ती कराया, जहां हालत गंभीर होने पर हायर सेंटर सफदरजंग अस्पताल दिल्ली रेफर कर दिया गया। जहां उसका इलाज चल रहा है। मेडिकल रिपोर्ट में चोट के 21 पॉइंट दिखाए गए हैं। ताई सुनीता ने मंजू व पूनम के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग है।