फरीदाबाद : साइबर फ्रॉड के आरोपी से ली 19 लाख की रिश्वत; SHO सस्पेंड
जनता मेहनत करके अपनी जमा पूंजी जोड़ते है और साइबर ठग लूट रहे हैं। लेकिन इन ठगों को पकड़ने वाले ही जब रिश्वत लेकर ठीक से जांच न करें तो फिर पीड़ित कहां जाएं। एनआईटी में 27 फरवरी 2024 को हुए साइबर फ्रॉड में पुलिसकर्मियों पर ही रिश्वत लेने का आरोप है। अब इस मामले में साइबर क्राइम थाने के एसएचओ को भी सस्पेंड कर दिया गया है। इनसे पहले दो प्रोबेशनर सब इंस्पेक्टरों को फरीदाबाद पुलिस सस्पेंड कर चुकी है। इनमें से एक अभी फरार है। पुलिस ने उसकी तलाश और अन्य पुलिसकर्मियों की भूमिका की जांच के लिए एक अलग से टीम भी बनाई है। ऐसे में इस केस में अन्य गिरफ्तारियां भी जल्द होना संभव है।
एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की ओर से दर्ज करप्शन एक्ट मामले के बाद फरीदाबाद पुलिस कमिश्नर ने साइबर क्राइम थाने के एसएचओ अमित को सस्पेंड कर दिया है। दरअसल, उनके सुपरविजन में ही दो सब इंस्पेक्टरों ने रिश्वत ली। इसी वजह से उन्हें सस्पेंड किया गया है। फिलहाल एसीबी जांच करेगी कि उनकी भी इस केस में कोई मिलीभगत तो नहीं थी।
साइबर क्राइम थाना एनआईटी में 27 फरवरी 2024 को ठगी की धारा में एफआईआर दर्ज हुई थी। मामले में शिकायत पर्वतिया कॉलोनी निवासी संजीव ने दी थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि वॉट्सऐप ग्रुप में जोड़कर शेयर मार्केट में निवेश पर मुनाफे का झांसा देकर 48 लाख 82 हजार 922 रुपये ठग लिए गए। जांच हुई तो इस मामले में निशिल, उत्सव और विशाल को अरेस्ट किया गया। निशिल ने पुलिसकर्मी के रिश्वत मांगने की शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो की थी। फ्रॉड मामले में इन तीनों को ही पुलिस ने आरोपी बनाया था।
एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की ओर से दर्ज करप्शन एक्ट मामले के बाद फरीदाबाद पुलिस कमिश्नर ने साइबर क्राइम थाने के एसएचओ अमित को सस्पेंड कर दिया है। दरअसल, उनके सुपरविजन में ही दो सब इंस्पेक्टरों ने रिश्वत ली। इसी वजह से उन्हें सस्पेंड किया गया है। फिलहाल एसीबी जांच करेगी कि उनकी भी इस केस में कोई मिलीभगत तो नहीं थी।
साइबर क्राइम थाना एनआईटी में 27 फरवरी 2024 को ठगी की धारा में एफआईआर दर्ज हुई थी। मामले में शिकायत पर्वतिया कॉलोनी निवासी संजीव ने दी थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि वॉट्सऐप ग्रुप में जोड़कर शेयर मार्केट में निवेश पर मुनाफे का झांसा देकर 48 लाख 82 हजार 922 रुपये ठग लिए गए। जांच हुई तो इस मामले में निशिल, उत्सव और विशाल को अरेस्ट किया गया। निशिल ने पुलिसकर्मी के रिश्वत मांगने की शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो की थी। फ्रॉड मामले में इन तीनों को ही पुलिस ने आरोपी बनाया था।