कांग्रेस ने उठाया MSP पर कपास नहीं खरीदने का मुद्दा, 2 घंटे बाद ही बीजेपी ने जारी किये खरीद आदेश
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आफताह अहमद की इस आपत्ति के तुरंत बाद सरकार ने आनन-फानन में अधिकारियों की बैठक बुलाई और 1 अक्टूबर से 20 मंडियों में कपास खरीदने का आदेश जारी कर दिया। कॉटन कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया के जरिए एमएसपी पर कपास की खरीद की जाती है।
किसानों को फसल खरीद में नहीं आएगी दिक्कत
शुक्रवार को बैठक की अध्यक्षता कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. राजा शेखर वुंडरू ने कपास खरीद की तैयारियों की समीक्षा के लिए एक बैठक की। वुंडरू ने कहा कि भारतीय कपास निगम और राज्य सरकार ने खरीद के लिए सभी इंतजाम किए हैं और किसानों को आश्वासन दिया है कि फसल खरीदने में कोई परेशानी नहीं होगी| बैठक में अन्य फसलों की खरीद एजेंसियों को भी नामित किया गया। सोयाबीन, मक्का एवं ज्वार की शत-प्रतिशत खरीद हैफेड द्वारा की जाएगी। शेष फसलें हैफेड और अन्य खरीद एजेंसियों के माध्यम से 60:40 के अनुपात में खरीदी जाएँगी।
कपास की दो किस्में नामत
मीडियम लांग स्टेपल 26.5- 27.0 तथा लांग स्टेपल 27.5- 28.5 हैं, जिनकी खरीद की जानी है। कपास खरीदने के लिए भवानी में सिवानी, ढिगावा, भिवानी, चरखी दादरी में चरखी दादरी शहर, फतेहाबाद में भाटू, भूना, फतेहाबाद, हिसार में आदमपुर, बरवाला, हांसी, हिसार, हिसार में उकलाना, जींद में उचाना, कैथल में कलायत, महेंद्रगढ़ में नारनौल, राेहतक में महम और सिरसा में ऐलनाबाद, कालांवाली और सिरसा में खरीद सेंटर खोले गए।