गोहाना क्षेत्र के गांव मातंड में जिला प्रशासन का रात्रि ठहराव, ग्रामीणों से हुआ सीधा संवाद

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गोहाना क्षेत्र के गांव मातंड में जिला प्रशासन का रात्रि ठहराव, ग्रामीणों से हुआ सीधा संवाद

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मुख्यमंत्री नायब सैनी के निर्देश पर हरियाणा सरकार की ‘रात्रि ठहराव’ पहल के तहत जिला प्रशासन ने गुरुवार को गोहाना क्षेत्र के गांव मातंड में रात्रि ठहराव कार्यक्रम आयोजित किया। उपायुक्त डॉ मनोज कुमार ने गांव के प्राइमरी स्कूल में ग्रामीणों से सीधा संवाद कर उनकी समस्याएं सुनीं और मौके पर ही समाधान के निर्देश दिए। इस दौरान जिला प्रशासन के सभी महत्वपूर्ण विभागों ने शिविर लगाकर ग्रामीणों को सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। 

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रात्रि ठहराव कार्यक्रम में पहुंचने पर उपायुक्त डॉ मनोज कुमार का गांव के सरंपच राजू पंडित व ग्रामीणों ने स्वागत किया। उपायुक्त ने गांव का विकास व उन्नति के लिए समस्याओं को दूर करते हुए सरकारी योजनाओं का लाभ सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया।
उपायुक्त डॉ मनोज कुमार ने कहा कि ग्रामीण बेझिझक होकर अपनी समस्याओं को जिला प्रशासन के समक्ष रखें। रात्रि ठहराव के दौरान ग्रामीण महिलाओं की भी भागीदारी रही और उन्होंने भी अपनी समस्याओं के बारे में जिला प्रशासन के अधिकारियों को अवगत करवाया। उन्होंने कहा कि सरकार जनता की सेवा के लिए तत्पर है। प्रशासन खुद गांवों में पहुंचकर लोगों की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर हल कर रहा है। उपायुक्त ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि हर समस्या का समाधान किया जाएगा और प्रशासन आपके साथ खड़ा है।

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इस मौके पर डीसीपी रविंद्र तोमर ने कहा कि युवा गांव के विकास में योगदान दें। युवा नशे से दूर रहें व अपने सर्वांगीण विकास पर फोकस करें। युवा खेलों से जुड़े। नशे के जो आदी हैं वह भी नशे को छोड़कर अच्छा नागरिक बन सकता है। उन्होंने कहा कि नशे के बारे में कोई भी ग्रामीण पुलिस को सूचना दे सकते हैं। सूचना देने वाले की पहचान पूरी तरह से गोपनीय रखी जाएगी। उन्होंने ग्रामीणों को साइबर क्राइम को लेकर भी जागरूक किया। उन्होंने कहा कि सभी ग्रामीण अपने बेटों और बेटियों को अच्छी शिक्षा दे क्योंकि शिक्षा ही एक ऐसा माध्यम है जो समाज में बड़े से बड़ा परिवर्तन कर सकता है इसलिए अगर हमने अपने देश और समाज को आगे बढ़ाना है तो हमारे बच्चों का शिक्षित होना बहुत जरूरी है। 
इस अवसर पर एसडीएम अंजलि श्रोत्रिय ने कहा कि ग्रामीणों ने जो शिकायतें दी है उनका प्राथमिकता के साथ समाधान किया जाएगा ताकि गांव को आदर्श गांव बनाया जा सके। रात्रि ठहराव से पहले उपयुक्त ने गांव के तालाबों, चौपालो, सरकारी स्कूल, आंगनवाड़ी केंद्र, पशुपालन विभाग की डिस्पेंसरी का भी निरीक्षण किया।
 
रात्रि ठहराव में ग्रामीणों की सक्रिय भागीदारी, समस्याओं का हुआ मौके पर समाधान
रात्रि ठहराव में ग्रामीणों की सक्रिय भागीदारी रही। ग्रामीणों ने अपनी व्यक्तिगत और सार्वजनिक समस्याएं डीसी के समक्ष रखीं, जिनमें बिजली, सड़क, स्वच्छता, पेयजल, शिक्षा व अन्य विभागों से जुड़ी समस्याएं प्रमुख रहीं। उपायुक्त ने संबंधित विभागों को निर्देश दिए कि समस्याओं का शीघ्र समाधान किया जाए और ग्रामीणों को योजनाओं का पूरा लाभ मिले। उन्होंने कहा कि जिन समस्याओं का मौके पर समाधान संभव था उनका किया गया है व अन्य समस्याओं के लिए अधिकारियों को तय समय में समाधान करने के निर्देश दिए गए हैं।
 गांव को साफ-सुथरा बनाने में सभी ग्रामीण करें सहयोग 
उपायुक्त डॉ मनोज कुमार ने मातण्ड गांव के लोगों से आह्वान किया कि वे अपने गांव को साफ-सुथरा रखने में सहयोग करें ताकि यह गांव दूसरे गांव के लिए भी उदाहरण बन सके। उन्होंने उन्होंने कहा कि सभी लोग प्लास्टिक का प्रयोग न करें क्योंकि अगर हम इस प्लास्टिक की थैलियों को इधर-उधर फेंकेंगे तो इससे गंदगी तो फैलेंगी ही अगर इन्हें हमारे पशु खा लेंगे तो वह भी उनको बीमार होने का खतरा रहेगा। उन्होंने कहा कि गांव का कोई भी व्यक्ति तालाब के 100 मीटर के दायरे में गोबर या कूड़ाकरकट न डालें अन्यथा उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी क्योंकि तालाब पर कूड़ा करकट रहे वह गोबर डालने से तालाब का पानी खराब हो जाता है इसको पीने से हमारे पशुओं में बीमारी फैलने का खतरा बना रहता हैं।
 जिला को नशे से मुक्त बनाने में जिला प्रशासन के सहयोगी बने ग्रामीण 
उपायुक्त ने ग्रामीणों का आह्वान किया कि जिला को नशे से मुक्त बनाने में जिला प्रशासन के सहयोगी बने। क्योंकि नशा वह बीमारी है जो हमारी युवा पीढ़ी को बिल्कुल बर्बाद कर देगी इसलिए युवाओं को इस बीमारी से बचाने के लिए मिलकर कार्य करें। अगर आपके गांव में कोई नशे का आदि है तो उसके बारे में जानकारी दे ताकि उसकी देखभाल करके उसे इस बीमारी से छुटकारा दिलाया जा सकें। उन्होंने कहा कि अगर कोई भी व्यक्ति गांव में नशे के पदार्थ बेचता है तो इसकी सूचना पुलिस विभाग को दें ताकि उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जा सके।
 गांव के सभी किसान अपनी फसलों का मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर तुरंत करवाएं पंजीकरण 
उपायुक्त ने कहा कि सभी किसान मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर तुरंत अपना पंजीकरण करवाएं ताकि पुणे सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सकें। उन्होंने कहा कि सरकारी योजनाओं के अलावा अगर कहीं भी बारिश या ओलावृष्टि से फसल खराब होती है तो सरकार द्वारा उन्हीं किसानों को फसलों का मुआवजा दिया जाता है जिनका पोर्टल पर पंजीकरण होता है।
रात्रि ठहराव के दौरान दर्ज शिकायतों को ही होगी मॉनिटरिंग 
उपायुक्त डॉ मनोज कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने रात्रि ठहराव कार्यक्रम शुरु किया जो एक काफी अच्छी पहल है जिससे ग्रामीणों को सीधे जिला प्रशासन से संवाद का बेहतरीन अवसर मिलता है। जिले का पहला रात्रि ठहराव मातंड़ गांव में आयोजित हुआ है व प्रत्येक माह ये अलग-अलग गांवों में आयोजित होगा।  इस दौरान जो भी ग्रामीणों की समस्याएं आएंगी उनका पूरी गंभीरता के साथ समाधान किया जाएगा। रात्रि ठहराव के दौरान शिकायतों की मॉनिटरिंग की जाएगी। उन्होंने रात्रि ठहराव में मौजूद सभी अधिकारियों को ग्रामीणों की शिकायतों के त्वरित व प्रभावी समाधान के निर्देश दिए। 
विभागों के कैंपों का ग्रामीणों ने उठाया लाभ 
रात्रि ठहराव के दौरान विभिन्न विभागों ने कैंप लगाते हुए सरकारी योजनाओं के बारे में ग्रामीणों को अवगत करवाया कि किस प्रकार से इन योजनाओं का लाभ प्राप्त किया जा सकता है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य जांच कैंप लगाया गया जहां ग्रामीणों ने स्वास्थ्य जांच कराई। इसके अलावा रोडवेज विभाग, कृषि एवं किसान कल्याण, जनस्वास्थ्य विभाग, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, ग्रामीण विकास, महिला एवं बाल विकास, यूएचबीवीएन आदि विभिन्न विभागों ने अपने कैंप लगाते हुए ग्रामीणों को जन कल्याणकारी योजनाओं से अवगत करवाया। जिला लोक संपर्क विभाग की भजन मंडली ने लोक गीतों के माध्यम से सरकार की योजनाओं की जानकारी दी। ग्रामीण प्रशासन के रात्रि ठहराव से काफी खुश नजर आए। उपायुक्त ने अधिकारियों के  साथ गांव के बारे में पूरी जानकारी ली और सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन के बारे में ग्रामीणों से सीधा फीडबैक लिया।
 रात्रि ठहराव के दौरान ग्रामीणों ने इन विभागों से संबंधित प्रस्तुत की शिकायतें 
रात्रि ठहराव के दौरान सहायक रोजगार कार्यालय से संबंधित 17, तहसील कार्यालय गोहाना से संबंधित 19, स्वास्थ्य विभाग द्वारा 97 लोगों के स्वास्थ्य की जांच, अटल सेवा केंद्र सा संबंधित 40, परिवार पहचान पत्र व आधार कार्ड से संबंधित 100 से अधिक, राशन कार्ड व गैस कनेक्शन से संबंधित 49, बिजली विभाग से संबंधित 08, जनस्वास्थ्य विभाग से संबंधित 16 शिकायतें प्राप्त हुई। इसके अलावा कृषि विभाग, पंचायत विभाग, पशुपालन विभाग, परिवहन विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, स्वास्थ्य विभाग, राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा, सहकारिता विभाग, परिवार पहचान पत्र से संबंधित विभाग व अन्य विभागों के अधिकारियों ने ग्रामीणों को अपने विभाग से संबंधित है सभी योजनाओं के बारे में अवगत करवाया और बताया कि वह किस प्रकार है इन योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं। 
ये अधिकारी रहे मौजूद
रात्रि ठहराव के दौरान डीसीपी रविंद्र तोमर, एसडीएम अंजलि श्रोत्रिय, डीडीपीओ जितेंद्र कुमार, तहसीलदार जीवेंद्र कुमार, पीडब्ल्यूडी के कार्यकारी अभियंता प्रशांत कौशिक सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।

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