कैथल में मनरेगा घोटाले को लेकर प्रशासन की कार्रवाई; ABPO और JE ससपेंड

हरियाणा के कैथल जिले से मनरेगा योजना में घोटाले का मामला सामने आया है जिस पर प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाया है। जिला कार्यकारी अधिकारी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सीवन ब्लॉक की एबीपीओ प्रियंका और जेई शिव कुमार को ससपेंड कर दिया है। यह कार्रवाई गांव कक्हेड़ी में मनरेगा स्कीम के तहत हुए कार्यों में अनियमितताओं के चलते की गई है।
पिछले माह सांसद नवीन जिंदल की अध्यक्षता में हुई दिशा मीटिंग में इस मामले की गहन समीक्षा की गई। गुहला के विधायक देवेंद्र हंस ने यह मुद्दा उठाया, जिसमें मनरेगा योजनाओं में भ्रष्टाचार और फर्जी उपस्थिति का मामला सामने आया। सांसद ने तुरंत जांच के आदेश दिए और दोषियों पर कार्रवाई के निर्देश दिए थे।
सीवन ब्लॉक के अब तक दो गांव से मनरेगा स्कीम में हुए घोटाले की शिकायत आई है। पहला गांव कक्हेडी है जहां मनरेगा मेट ने विभाग के अधिकारियों से मिलीभगत करके मजदूरों की एक ही फोटो का कई बार इस्तेमाल किया। मोबाइल फोन में ली गई फोटो को कई बार पोर्टल पर अपलोड किया, इसके साथ ही लेबर के फर्जी मस्ट्रोल तैयार किए, जिनको विभाग के कर्मचारियों से सत्यापित करवा कर उनकी पेमेंट करवा ली, इससे सरकार को कई लाखों रुपए का चूना लगाया गया।
साथ ही दूसरे मामले में जिला प्रशासन को गांव ककराला अनायत में हुए कार्यों की जांच करवाने में भारी अनियमितता मिली, जो लोग विदेश गए हुए थे, उनकी उपस्थिति मनरेगा के रिकॉर्ड में दर्ज कर उनकी मजदूरी का गबन किया गया। जबकि वह विदेश में ही रह रहे हैं। इसके अलावा इरिगेशन विभाग के चार जेई के कार्यों में भी बड़ी चूक पाई गई। जिनको सीएम के आदेश पर उनके कार्यभार से मुक्त कर मुख्यालय अटैच किया हुआ है।