बाढ़ प्रबंधन को लेकर जिला में किए जा रहे विकास कार्यों को तेजी से करवाएं पूरा-उपायुक्त डॉ० मनोज कुमार

उपायुक्त डॉ० मनोज कुमार ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि बाढ़ प्रबंधन को लेकर जिला में किए जा रहे विकास कार्यों को तेजी से पूरा करवाएं ताकि ये सभी कार्य आने वाली बरसाती सीजन तक पूरे हो सकें और लोगों को बरसात सीजन में किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। उपायुक्त डॉ० मनोज कुमार ने शुक्रवार को लघु सचिवालय में सिंचाई व जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ सूखा राहत एवं बाढ़ नियंत्रण बोर्ड की बैठक कर उन्हें उचित दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने आगामी सूखा राहत एवं बाढ़ नियंत्रण बोर्ड की 56वी बैठक में रखे जाने वाले एजेंडा प्वाईटों के प्रस्तावों को लेकर समीक्षा की।
उपायुक्त ने कहा कि सिंचाई विभाग द्वारा जलभराव की समस्या के समाधान के लिए जो भी विकास कार्य करवाएं जा रहे है उनमें क्वालिटी का विशेष ध्यान रखें अगर कहीं से इस बारे में कोई शिकायत मिली तो उसकी तुरंत जांच करवाकर संबंधित अधिकारी व ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान उपायुक्त ने गोहाना क्षेत्र में जलभराव की समस्या को दूर करने के लिए किए जा रहे कार्यों की एक-एक कर समीक्षा की और निर्देश दिए कि इन कार्यों को बरसात सीजन से पहले हर हाल में पूरा करवाएं। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी गोहाना जलभराव क्षेत्र का निरीक्षण कर अभी से अपनी पूरी तैयारी कर ले ताकि बरसात सीजन में किसी प्रकार की परेशानी न आए। उन्होंने 56वी बैठक में गोहाना क्षेत्र के लिए रखे जाने वाले एजेंडों पर भी विस्तार से चर्चा की।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि गांव सिसाना में तालाब के ओवरफ्लो होने से ग्रामीणों को काफी समस्याएं हो रही है इसलिए इस तालाब को पंप लगाकर तुरंत खाली करवाएं। इसके अलावा तालाब के ओवरफ्लों होने के कारणों का पता लगाकर इसका स्थाई समाधान करवाना सुनिश्चित करें ताकि भविष्य में इस प्रकार की परेशानी न हो। बैठक में उपायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि भठगांव गांव से होकर गुजरने वाली ड्रेन की पैमाईस करवाकर 20 फरवरी तक उसकी रिपोर्ट उपायुक्त कार्यालय में जमा करवाएं ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके।
उन्होंने कहा कि सिंचाई विभाग के अधिकारी यमुना बांध का निरीक्षण करें और देंखे कि कहीं किसी ठेकर या बांध में मरम्मत का कार्य की जरूरत तो नहीं है अगर है तो उसको समय से पहले पूरा करवा लें। उन्होंने कहा कि जिला की सीमा में दूसरे जिलों से आने वाली ड्रेन के पानी की सैंपलिंग करवाएं और अगर पानी की गुणवत्ता में कोई कमी है तो संबंधित को नोटिस दें। उन्होंने कहा कि शहर से गुजरने वाली ड्रेनों में अगर सीधे गंदा पानी डाला जा रहा है तो उसपर सख्ती से कार्यवाही करें। बैठक में उपायुक्त ने सिंचाई विभाग द्वारा खरीदे जा रहे पंपों व अन्य सामान की भी अनुमति दी गई।
उपायुक्त ने कहा कि जिला की सभी ड्रेनों की निशानदेही कर वहां पर खंभे लगाएं ताकि लोग उस जगह पर अवैध कब्जा न कर पाएं अगर फिर भी कोई व्यक्ति अवैध कब्जा करता है तो उसके खिलाफ कार्यवाही करवाएं। इस मौके पर जनस्वास्थ्य विभाग के एसई राजीव गुप्ता, सिंचाई विभाग के एक्सईएन गुलशन, पुनीत, आशीष व मंजीत हुड्डïा सहित संबंधित सभी अधिकारी मौजूद रहे।