पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना पीएम विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य : उपायुक्त डा. मनोज कुमार

उपायुक्त डा. मनोज कुमार ने कहा कि पीएम विश्वकर्मा योजना प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है। इस योजना का उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। इस योजना के तहत लाभार्थियों को प्रशिक्षण, उपकरण और वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। उन्होंने बताया कि इस योजना का मुक्चय उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को प्रशिक्षण, उपकरणों की खरीद के लिए वित्तीय सहायता, बाजार पहुंच सुनिश्चित करना और ब्रांडिंग और पैकेजिंग में सहायता करना है। उपायुक्त डा. मनोज कुमार मंगलवार को लघु सचिवालय में योजना के लाभार्थियों को प्रशिक्षण प्रमाण पत्र वितरित करते हुए संबोधित कर रहे थे।
अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि जिन लाभार्थियों को यह प्रमाण पत्र वितरित किए गए हैं उन्हें बैंक द्वारा लोन की सुविधा भी दी जा रही है। ऐसे में सभी लाभार्थी कड़ी मेहनत और समर्पण के साथ अपने कौशल का उपयोग करके समाज में एक सकारात्मक योगदान देंगे। उन्होंने बताया कि पीएम विश्वकर्मा योजना के अंतर्गत जिला सोनीपत में एआईटीएमसी वेंचर प्राईवेट लिमिटेड द्वारा गोहाना ट्रेनिंग सेंटर में कारपेंटर, राजमिस्त्री, हैमर एंड टूल्स मेकर, लोहार ओर नाई व्यवसाय का प्रशिक्षण दिया गया है। प्रशिक्षण पूर्ण होने पर आज इन सभी को प्रमाण पत्र दिया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना मे कुल 24 ट्रेड के लिए प्रशिक्षणार्थियों को 7 दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाता है। जिसके बाद इनको सरकार द्वारा 4000 रूपये भत्ता, 15000 रुपये तक की टूलकिट और बैंक द्वारा 1,00,000 रूपये तक का लोन पांच प्रतिशत सालाना ब्याज से दिया जाता है। यह स्कीम उन लोगो के लिए बहुत महत्वपूर्ण है जिनके पास कोई सर्टिफिकेट नही है परन्तु कई सालो से वे काम करने है और उनके पास हुनर भी है। सोनीपत में ऐसे ही 821 लोगों को प्रशिक्षण दिया गया है और अधिकतर का लोन भी मंजूर करवा दिया गया है। इस अवसर पर निदेशक एमएसएमई वैभव प्रताप अलूवालिया, प्रोजेक्ट कोर्डिनेटर सुमित पुनिया, सेंटर संचालक राकेश सुरेवाला भी मौजूद थे।