टूगेदर फॉर ए बेटर इंटरनेट थीम के साथ लघु सचिवालय व सरल केन्द्र में मनाया गया सुरक्षित इंटरनेट दिवस

उपायुक्त डॉ० मनोज कुमार के निर्देशन में मंगलवार को टूगेदर फॉर ए बेटर इंटरनेट थीम के साथ लघु सचिवालय स्थित कांफ्रेंस हॉल व सरल केन्द्र में सुरक्षित इंटरनेट दिवस मनाया गया। इस दौरान उपस्थित सीएससी संचालकों को जागरूक करते हुए जिला सूचना एवं विज्ञान अधिकारी (डीआईओ) विशाल सैनी ने कहा कि बढ़ती डिजिटल गतिविधियों के साथ-साथ साइबर अपराधों में भी वृद्धि हुई है। फिशिंग, डेटा चोरी, सोशल मीडिया हैकिंग, ऑनलाइन ठगी और बैंकिंग धोखाधड़ी जैसी घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। ऐसे में आप स्वयं भी सुरक्षित रहें और दूसरे लोगों को भी साईबर धोखाधड़ी से बचने के लिए जागरूक करें।
उन्होंने कहा कि साइबर अपराधों से बचने का सबसे बेहतर तरीका सतर्कता और जागरूकता है। अगर हम छोटी-छोटी सावधानियां अपनाते हैं, तो बड़े साइबर हमलों से बच सकते हैं। उन्होंने सुरक्षित इंटरनेट दिवस के अवसर पर नागरिकों को साइबर सुरक्षा को लेकर सतर्क रहने और डिजिटल धोखाधड़ी से बचने की अपील करते हुए साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज करने का सुझाव दिया। उन्होंने नागरिकों को सोशल मीडिया प्लेटफार्म सुरक्षित बनाने के लिए फेसबुक, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम और अन्य अकाउंट्स में टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन चालू करने, अनजान लिंक और संदिग्ध ईमेल पर क्लिक करने से बचने, प्रोफाइल की गोपनीयता सेटिंग अपडेट करने और संदिग्ध गतिविधियों की तुरंत रिपोर्ट करने की सलाह दी।
उन्होंने बताया कि डिजिटल बैंकिंग और यूपीआई पेमेंट सुरक्षा के लिए ओटीपी, पिन, पासवर्ड और बैंकिंग डिटेल्स किसी से साझा न करें, केवल अधिकृत ऐप्स जैसे गूगल पे, फोन-पे, पेटीएम, भीम आदि का ही उपयोग करें और उनकी गोपनीयता बनाए रखें। अगर कोई धोखाधड़ी हो जाए तो तुरंत www.cybercrime.gov.in पर शिकायत करें। उन्होंने बताया कि सुरक्षित वेबसाइट की पहचान के लिए नागरिकों को हमेशा एचटीटीपीएस:// वाली वेबसाइट का उपयोग करने, वेबसाइट के बगल में लॉक आइकन (पेडलॉक सिंबल) देखने और फर्जी वेबसाइट से बचने के लिए सतर्क रहना चाहिए। मोबाइल और ऐप सुरक्षा के लिए मोबाइल और ऐप्स को हमेशा अपडेट रखने, मजबूत पासवर्ड का उपयोग करने, अनजान ऐप्स डाउनलोड करने से बचने और केवल गूगल प्ले स्टोर या एपल एप स्टोर से ही ऐप इंस्टॉल करें। पब्लिक वाईफाई का उपयोग करते समय वीपीएन का प्रयोग करें।
डीआईओ ने बताया कि साइबर बुलिंग और ऑनलाइन ठगी से बचाव के लिए किसी भी अनजान व्यक्ति से चैट या पर्सनल जानकारी साझा न करें। ब्लैकमेल या धमकी मिलने पर तुरंत साइबर क्राइम पोर्टल पर रिपोर्ट करने और बच्चों व बुजुर्गों को ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचाने के लिए जागरूक करें। उन्होंने बताया कि बैंकिंग फ्रॉड होने पर अपने बैंक की कस्टमर केयर से संपर्क करने और ट्रांजेक्शन को ब्लॉक करें। साथ ही सोशल मीडिया और बैंकिंग पासवर्ड तुरंत बदलें। इस दौरान सरल केन्द्र में कार्यरत कर्मचारियों और सरल केन्द्र में किसी कार्य के लिए आए लोगों को भी विडियों के माध्यम से साईबर क्राइम के प्रति जागरूक किया गया।
इस मौके पर एडीआईओ विजय, डीएम शशिकांत कौशिक, एनआईसी से भावना व अंजलि सहित सीएससी के संचालक मौजूद रहे।