रेवाड़ी : खेत में काम कर रहे युवक पर सांड ने किया हमला; हुई मौत
हरियाणा में रेवाड़ी जिले के गांव चिल्हड़ में खेत में काम कर रहे एक लावारिस सांड ने बुजुर्ग किसान पर हमला करते हुए बुरी तरह जख्मी कर दिया। रोने की आवाज सुनकर आसपास काम कर रहे किसानों ने बड़ी मशक्कत के बाद किसी तरह उसे छुड़ाया। परिजन गंभीर हालत के चलते जयपुर के एक निजी अस्पताल में लेकर पहुंचे, जहां शुक्रवार को उसने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।
मिली जानकारी के अनुसार, खीलपुर की ढाणी निवासी किसान रामनिवास (65) साथ लगते चिल्हड़ गांव की सीमा में अपने खेत में काम करने के लिए गए थे। इसी दौरान गांव चिल्हड़ में लावारिस घूमने वाला सांड रामनिवास के खेत में घुस गया। रामनिवास ने जैसे ही उसे भगाने की कोशिश की तो सांड ने उस पर हमला कर दिया। सींगों से उठाकर काफी देर तक पटकता रहा। इस बीच दूसरे किसानों की नजर पड़ गई।
लाठी-डंडों के सहारे सांड को भगाकर रामनिवास को संभाला। रामनिवास बुरी तरह जख्मी हो चुके थे। सूचना के बाद उनके परिजन मौके पर पहुंचे। गंभीर अवस्था में पहले रेवाड़ी के निजी अस्पताल और फिर जयपुर में उन्हें भर्ती कराया गया। उपचार के दौरान ही शुक्रवार को रामनिवास ने दम तोड़ दिया। इस हादसे के बाद गांव चिल्हड़ में पंचायत बुलाई गई। जिसके बाद ग्रामीणों ने अपने स्तर पर ही सांड को काबू कर पेड़ से बांध दिया।
ग्रामीणों के मुताबिक, अब इस सांड को गौशाला में छोड़ा जाएगा। क्योंकि ये सांड पहले भी कई बार लोगों को जख्मी कर चुका हैं। जिसको लेकर जिला प्रशासन और डीसी को पत्र लिखकर सांड को पकड़कर गांव से बाहर छोड़ने की मांग की गई थी। लेकिन प्रशासन की तरफ से कोई गौर नहीं किया गया। आखिर में किसान रामनिवास की जान चली गई। ऐसे में फिर से कोई हादसा ना हो इसलिए सांड को अपने स्तर पर पकड़ा गया है।
मिली जानकारी के अनुसार, खीलपुर की ढाणी निवासी किसान रामनिवास (65) साथ लगते चिल्हड़ गांव की सीमा में अपने खेत में काम करने के लिए गए थे। इसी दौरान गांव चिल्हड़ में लावारिस घूमने वाला सांड रामनिवास के खेत में घुस गया। रामनिवास ने जैसे ही उसे भगाने की कोशिश की तो सांड ने उस पर हमला कर दिया। सींगों से उठाकर काफी देर तक पटकता रहा। इस बीच दूसरे किसानों की नजर पड़ गई।
लाठी-डंडों के सहारे सांड को भगाकर रामनिवास को संभाला। रामनिवास बुरी तरह जख्मी हो चुके थे। सूचना के बाद उनके परिजन मौके पर पहुंचे। गंभीर अवस्था में पहले रेवाड़ी के निजी अस्पताल और फिर जयपुर में उन्हें भर्ती कराया गया। उपचार के दौरान ही शुक्रवार को रामनिवास ने दम तोड़ दिया। इस हादसे के बाद गांव चिल्हड़ में पंचायत बुलाई गई। जिसके बाद ग्रामीणों ने अपने स्तर पर ही सांड को काबू कर पेड़ से बांध दिया।
ग्रामीणों के मुताबिक, अब इस सांड को गौशाला में छोड़ा जाएगा। क्योंकि ये सांड पहले भी कई बार लोगों को जख्मी कर चुका हैं। जिसको लेकर जिला प्रशासन और डीसी को पत्र लिखकर सांड को पकड़कर गांव से बाहर छोड़ने की मांग की गई थी। लेकिन प्रशासन की तरफ से कोई गौर नहीं किया गया। आखिर में किसान रामनिवास की जान चली गई। ऐसे में फिर से कोई हादसा ना हो इसलिए सांड को अपने स्तर पर पकड़ा गया है।