पलवल : दहेज़ के लालच में युवती को नहीं दिया बच्चा; फांसी लगाकर दी जान
हरियाणा के पलवल जिले में प्रेम विवाह करने के बाद दहेज में गाड़ी व पांच लाख नहीं दिए तो प्रताड़ित करने लगे। बच्चे को जन्म दिया, तो ननद ले गई, कहा दहेज नहीं लाएगी, तो बच्चा भी नहीं मिलेगा। मारपीट कर प्रताड़ित करने लगे, तो विवाहिता ने फांसी का फंदा लगाकर मौत को गले लगा लिया। शहर थाना पुलिस ने मृतका के भाई की शिकायत पर पति सहित तीन के खिलाफ दहेज हत्या का केस दर्ज किया।
शहर थाना प्रभारी रेणू शेखावत के अनुसार मच्छगर गांव निवासी गौतम ने दी शिकायत में कहा कि उसकी बहन श्वेता ने एक जुलाई 2022 को बिना परिवार की सहमति के किशोरपुर गांव निवासी नवीन के साथ प्रेम-विवाह किया था। शादी के बाद उन्होंने अपनी बहन को एक लाख 51 हजार रुपए नकद, दस तोला सोना व घरेलू सामान दहेज के तौर पर दे दिया था।इसके बाद नवीन दहेज में कार, ससुर पांच लाख 51 हजार रुपए नकद व सास और ननद सोने के आभूषणों की मांग करने लगे। तईया ससुर करण कहता था कि श्वेता जब तक दहेज नहीं लाएगी, तब तक घर नहीं बसने दूंगा। 15 सितंबर 2022 को वह गांव से पंचायत लेकर अपनी बहन के घर किशोरपुर गया और ससुराल वालों को समझाया कि हम इतने अमीर नहीं है, जो आपकी दहेज की मांग पूरी कर सकें।
वे अपनी आदतों से बाज नहीं आए और मारपीट करने लगे। जिसके चलते वर्ष 2023 में दिवाली के आसपास उसकी बहन ने 112 पर फोन कर पुलिस से मदद मांगी थी। इसके बाद जनवरी, मई व अक्टूबर 2023 को लोगों ने उनके गांव जाकर समझाया था, लेकिन वे अपनी आदतों से बाज नहीं आए और उसकी बहन के साथ मारपीट कर प्रताड़ित करते रहे। 30 नवंबर ननद बच्चे को अपनी ससुराल ले गई।
जिससे उसकी बहन परेशान रहने लगी और उसे प्रताड़ित किया जाता रहा। 10 अक्टूबर 2024 को उसकी बहन श्वेता ने अपनी मां को फोन कर आपबीती सुनाई और रोने लगी, तो उसकी मां ने कहा कि दिवाली पर तुझे लेने तेरे भाई को भेज दूंगी, लेकिन 17 अक्टूबर को उसकी मां के मोबाइल पर पुलिस का फोन आया कि आपकी लड़की ने ससुराल में फांसी लगा ली है।
परिजन जब लोगों के साथ किशोरपुर गांव पहुंचे, तो उसकी बहन श्वेता पंखे से लटक कर फांसी पर झुलती मिली। पुलिस ने मृतका के भाई की शिकायत पर पति नवीन, ससुर सुंदर व तईया ससुर करण सहित अन्य के खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए जिला नागरिक अस्पताल भिजवा दिया।
पुलिस ने 18 अक्टूबर को शव को पोस्टमॉर्टम के बाद उसके परिजनों के हवाले कर दिया।
शहर थाना प्रभारी रेणू शेखावत के अनुसार मच्छगर गांव निवासी गौतम ने दी शिकायत में कहा कि उसकी बहन श्वेता ने एक जुलाई 2022 को बिना परिवार की सहमति के किशोरपुर गांव निवासी नवीन के साथ प्रेम-विवाह किया था। शादी के बाद उन्होंने अपनी बहन को एक लाख 51 हजार रुपए नकद, दस तोला सोना व घरेलू सामान दहेज के तौर पर दे दिया था।इसके बाद नवीन दहेज में कार, ससुर पांच लाख 51 हजार रुपए नकद व सास और ननद सोने के आभूषणों की मांग करने लगे। तईया ससुर करण कहता था कि श्वेता जब तक दहेज नहीं लाएगी, तब तक घर नहीं बसने दूंगा। 15 सितंबर 2022 को वह गांव से पंचायत लेकर अपनी बहन के घर किशोरपुर गया और ससुराल वालों को समझाया कि हम इतने अमीर नहीं है, जो आपकी दहेज की मांग पूरी कर सकें।
वे अपनी आदतों से बाज नहीं आए और मारपीट करने लगे। जिसके चलते वर्ष 2023 में दिवाली के आसपास उसकी बहन ने 112 पर फोन कर पुलिस से मदद मांगी थी। इसके बाद जनवरी, मई व अक्टूबर 2023 को लोगों ने उनके गांव जाकर समझाया था, लेकिन वे अपनी आदतों से बाज नहीं आए और उसकी बहन के साथ मारपीट कर प्रताड़ित करते रहे। 30 नवंबर ननद बच्चे को अपनी ससुराल ले गई।
जिससे उसकी बहन परेशान रहने लगी और उसे प्रताड़ित किया जाता रहा। 10 अक्टूबर 2024 को उसकी बहन श्वेता ने अपनी मां को फोन कर आपबीती सुनाई और रोने लगी, तो उसकी मां ने कहा कि दिवाली पर तुझे लेने तेरे भाई को भेज दूंगी, लेकिन 17 अक्टूबर को उसकी मां के मोबाइल पर पुलिस का फोन आया कि आपकी लड़की ने ससुराल में फांसी लगा ली है।
परिजन जब लोगों के साथ किशोरपुर गांव पहुंचे, तो उसकी बहन श्वेता पंखे से लटक कर फांसी पर झुलती मिली। पुलिस ने मृतका के भाई की शिकायत पर पति नवीन, ससुर सुंदर व तईया ससुर करण सहित अन्य के खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए जिला नागरिक अस्पताल भिजवा दिया।
पुलिस ने 18 अक्टूबर को शव को पोस्टमॉर्टम के बाद उसके परिजनों के हवाले कर दिया।